राज्य सरकार हर तरह से योजनाओं की बरसात कर रही है। सड़क, रेल , बिजली एवं नौकरी सारे क्षेत्रों की बेहतरी के लिए काम की जा रही है। विधानसभा चुनाव में अब महज कुछ ही दिन बचे हैं। चुनाव से ठीक पहले हो रही नीतीश मंत्रिमंडल की बैठकों में युवाओं के लिए नौकरी का पिटारा खोला जा रहा है। शुक्रवार को हुई नीतीश की बैठक में बिहार सरकार के कई विभागों में पद सृजन की स्वीकृति मिली है।
राज्य सरकार के नए आंकड़े के अनुसार अलग-अलग विभागों में 1331 पदों पर बहाली होगी। आपको बता दें कि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही सात निश्चय योजना के माध्यम से भी कई लोगों को रोजगार मिला है। इसके साथ ही विकसित बिहार के सात निश्चय कार्यक्रम के तहत 5 जिलों नालंदा, सीवान, बांका, समस्तीपुर और रोहतास में खोले जाने वाले 5 फार्मेसी कॉलेजों के लिए कुल 95 पदों के सृजन की स्वीकृति मिली है। आर्यभट्ट ज्ञान यूनिवर्सिटी के परिसर में सेंटर ऑफ़ फिलोसोफी की स्थापना और इसके संचालन के लिए निदेशक और समन्वयक के एक-एक पदों की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी और सेंटर ऑफ़ स्टेम सेल टेक्नोलॉजी के लिए भी निदेशक और समन्वयक के एक-एक पदों यानी कि कुल 4 पोस्ट की स्वीकृति दी गई है।
नालंदा स्थित राजकीय दन्त महाविद्यालय एवं अस्पताल के शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कार्यों के लिए 178 पद और संलग्न शय्या के अस्पताल के लिए 144 पद यानी कि कुल 322 पदों की स्वीकृति दी गई है। पटना बांकीपुर स्थित डेंटल कॉलेज हॉस्पिटल के लिए भी शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कार्यों के लिए कुल 86 पदों की स्वीकृति दी गई है।
सात निश्चय योजना के अंतगर्त बिहार के विभिन्न संचालित एवं नव स्वीकृत मेडिकल हॉस्पिटल में खोले जाने वाले 16 और नालंदा में खोले जाने वाले 1 बीएससी नर्सिंग कॉलेज के लिए कुल 812 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है। चुनावी साल में कैबिनेट की इस बैठक में लोक वित् एवं आर्थिक निति केंद्र (CEPPF) के तहत पटना के सुदृढ़ीकरण के लिए विभिन्न कोटि के 10 पदों के सृजन की भी स्वीकृति दी गई है।