बिहार सरकार में साझीदार हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने शराबबंदी कानून के तहत छोटी गलती में जेल में बंद लोगों को छोड़ने की मांग की है। यह मांग हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की।
मांझी ने ट्वीट कर शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए बधाई दी। साथ ही राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि वैसे गरीब जो शराबबंदी कानून के तहत छोटी गलती के लिए तीन महीने से जेल में बंद हैं, उनकी जमानत की व्यस्था सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने ट्वीट में कहा है कि ऐसे गरीबों के बच्चे परिवार के मुखिया के जेल में रहने के कारण भूखे हैं।
@NitishKumar शराबबंदी क़ानून को सख़्ती से लागू करने के लिए बंधाई।
परन्तु अनुरोध है कि वैसे गरीब जो शराबबंदी क़ानून के तहत छोटी गलती के लिए तीन महीने से जेल में बंद हैं उनके जमानत की व्यवस्था सुनिश्चित करवाएं।
उनके परिवार के मुखिया के जेल में बंद रहने के कारण उनके बच्चे भूखें हैं।— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) December 17, 2020
मांझी ने कांग्रेस और राजद को घेरा
अभी हाल ही में कांग्रेस पार्टी के विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर शराबबंदी कानून को खत्म करने का आग्रह किया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए जीतन राम मांझी ने कांग्रेस और राजद पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, ‘शराबबंदी कानून का समर्थन कर लालू कराने वाले कांग्रेस और राजद के नेताओं को बताना चाहिए कि किन शराब माफियाओं के कहने पर आज आप इस कानून का विरोध कर रहे हैं। शराबबंदी नीतीश कुमार जी की सरकार का सबसे बेहतर फैसला है, जिसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है।’
सरकारी स्कूल खोले जाएं
पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य के सरकारी स्कूलों को खोलने को लेकर ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी से अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी एवं शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी से अनुरोध है कि कोविड नियमों का पालन करते हुए अब सरकारी विद्यालयों को खोलने का निर्देश दें। उन्होंने आगे कहा है कि विद्यालय बंद होने से सबसे अधिक गरीबों के बच्चे प्रभावित हो रहे हैं।
Source : Hindustan