राेक के बावजूद जीराेमाइल के रास्ते बसाें का परिचालन जारी है। हालांकि, इस पर राेक लगाने के लिए परिवहन विभाग ने एमवीआई के नेतृत्व में टीम गठित की है। टीम ने करीब एक दर्जन बसाें से करीब डेढ़ लाख रुपए जुर्माना भी वसूला है। लेकिन बसाें के परिचालन पर राेक के लिए स्थायी समाधान नहीं निकल सका है। इससे आए  दिन शहर में जाम की समस्या के साथ दुर्घटनाएं हाेती रहती हैं। प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार ने 30 जनवरी काे आ याेजित आरटीए की बैठक में 2014 में तत्कालीन आयुक्त अतुल प्रसाद के निर्देश पर अमल करने के लिए डीएम, एसएसपी और  डीटीओ  काे निर्देश दिया था। लेकिन आयुक्त के निर्देश पर भी काेई ठाेस कार्रवाई नहीं हाे सकी। डीटीओ रजनीश लाल ने आनन-फानन में एमवीआई दिव्य प्रकाश के नेतृत्व में एक टीम गठित कर दी। जिसके बाद टीम ने हाेली के पहले दाे दिन जीराेमाइल हाेकर जाने वाली करीब एक दर्जन बसाें से करीब डेढ़ लाख जुर्माना वसूला। तीसरे दिन कार्रवाई फिर से ठंडे बस्ते में डाल दी गई। इस बावत पूछे जाने पर डीटीओ  ने बताया कि हाेली की छुट्टी के कारण कार्रवाई बंद थी। टीम जीराेमाइल हाेकर चलने वाली बसाें काे चिह्नित कर रही है। इन पर कार्रवाई की जाएगी।

स्थायी निदान के बिना परिचालन राेकना संभव नहीं

बैरिया बस स्टैंड से जीराेमाइल हाेकर बसाें और बड़े वाहनाें के परिचालन पर राेक स्थायी समाधान के बिना संभव नहीं है। जीराेमाइल के आसपास स्थायी बैरियर लगा कर ही परिचालन पर राेक प्रभावी हो सकती है। इसके लिए जिला प्रशासन काे सख्त कदम उठाना हाेगा। बता दें कि दिन में बैरिया बस स्टैंड से दरभंगा, मधुबनी, जयनगर, सीतामढ़ी व शिवहर आदि  जिले के लिए करीब 400 बसें खुलती हैं। जबकि रात में पटना से पूर्णिया और सिलिगुड़ी की ओर भी बड़ी संख्या में बसें व अन्य बड़े वाहन भी जीराेमाइल हाेकर ही जाते हैं।

इनपुट : दैनिक भास्कर

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