उत्तर बिहार में इस बार जून में सबसे कम बारिश दर्ज की गई। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि,पूसा के मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार विगत 47 साल में यह पहला मौका है जब इतनी कम बारिश हुई है। सर्वाधिक बारिश सामान्य 175 मिमी की तुलना में 368 मिमी वर्ष 2008 में हुई थी। यानी इस अवधि में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड उत्तर बिहार में 368 व न्यूनतम 35.0 मिमी दर्ज है।

उत्तर बिहार के बारिश का ग्राफ विगत 47 साल में निरंतर गिरता रहा है। खास तौर से विगत दस साल में स्थिति अधिक निराशाजनक रही है। इससे आम किसानों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा है। पिछले साल तो जिले के 14 प्रखंड में सूखा पड़ा था। हालांकि, नेपाल के तराई क्षेत्रों, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण में बारिश संतोषजनक रही थी। लेकिन, इस बार के आंकड़े बता रहे हैं कि जून में तराई के क्षेत्रों में भी बारिश खासी कम रही है। अब सिंचाई के लिए किसानों को पंपिंग सेट पर निर्भर होना पड़ेगा।

47 साल के आंकड़ों के संकेत यही हैं कि जलवायु परिवर्तन से बारिश में खासी कमी आई है। वैसे जुलाई में अच्छी बारिश के आसार हैं। डॉ. गुलाब सिंह,मौसम वैज्ञानिक, डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि

अंतिम दिन हुई अच्छी बारिश

मुजफ्फरपुर : माह के अंतिम दिन हुई बारिश से किसानों की उम्मीदें जगी हैं। कटरा के प्रगतिशील किसान अशोक शर्मा ने कहा कि अब बिचड़ा रोपने के लिए तैयारी शुरू की जाएगी। कुढ़नी के प्रगतिशील किसान संतोष कुमार ने कहा कि बारिश संतोषजनक होने से बिचड़ा रोपा जाएगा।

Input : Dainik Jagran

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