पूर्व नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा आज भी मुजफ्फरपुर के विधायक हैं। वहीं, महेश्वर प्रसाद यादव गायघाट और केदार गुप्ता कुढ़नी के विधायक। जी हां, मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन आज भी इन्हें ही विधायक मान रहा है। इसी तरह अब भी साहेबगंज से रामविचार राय, बोचहां से बेबी कुमारी,बरूराज से नंद कुमार राय, औराई से डॉ.सुरेंद्र कुमार, सकरा से लालबाबू राम व कांटी से अशोक कुमार चौधरी विधायक हैं। कारण बिहार विधानसभा चुनाव 2020 संपन्न हुए तीन माह बीत गए।
तस्वीर पूरी तरह बदल चुकी
मगर, जिला प्रशासन की वेबसाइट अपडेट नहीं की जा सकी है। अब अगर जिले के बाहर का कोई व्यक्ति यहां के विधायकों की जानकारी के लिए प्रशासन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएगा तो विधायकों के वही नाम मिलेंगे जो 2015 में चुनाव जीते थे। जबकि यह तस्वीर बदल चुकी है। जिला प्रशासन की वेबसाइट की सूची में जो 11 विधायक दिख रहे उनमें से सात चुनाव हार चुके हैं। साथ ही एक का क्षेत्र बदल चुका है। वहीं, एक ने चुनाव ही नहींं लड़ा। सुरेश कुमार शर्मा की जगह बिजेंद्र चौधरी मुजफ्फरपुर के विधायक बन निर्वाचित हुए हैं। बेबी कुमारी और लालबाबू राम ने चुनाव ही नहीं लड़ा था। अशोक कुमार चौधरी कांटी की जगह सकरा के विधायक बन चुके हैं। इसी तरह औराई से चुनाव जीतकर रामसूरत राय बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री बन गए हैं।
इस ओर नहीं किसी का भी ध्यान
ऐसा नहीं है कि मुजफ्फरपुर जिला की अधिकारिक वेबसाइट अपडेट नहीं की गई है। हर माह जिलाधिकारी के भ्रमण कार्यक्रम और बैठक की जानकारी इस वेबसाइट पर दी जा रही है। कुछ आदेश व निर्देश भी इसपर रोजाना अपडेट हो रहे हैं। मगर विधायकों की सूची की ओर न पदाधिकारियों का और न ही कर्मचारियों का ध्यान गया है। जबकि आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारियों को प्रमाणिक माना जाता है।
Input: Dainik Jagran