कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर लाॅक डाउन काे प्रभावी बनाने के लिए जिला पुलिस और  हाेमगार्ड के 700 से अधिक जवानाें की ड्यूटी सड़क पर लगाई गई है। इसके बावजूद लाेग मानने काे तैयार नहीं है। डाॅक्टर की छह माह पुरानी पर्ची लेकर लाेग दवा खरीदने के नाम पर शहर में निकल रहे हैं।

लाॅकडाउन के दूसरे दिन मंगलवार काे जब हाईवे से लेकर शहर की सड़काें पर यातायात बढ़ता देखा गया ताे पुलिस ने सख्त रवैया अपनाया। जगह-जगह ट्रैफिक राेक कर बाइक व कार से निकले लाेगाें से पूछा गया ताे काेई डाॅक्टर से इलाज की पुरानी पर्ची दिखाने लगा ताे काेई 20 किमी. दूर किराना का सामान खरीदने के लिए निकलने का बहाना बनाने लगा। एेसे लोगों की कार व बाइक पुलिस ने जब्त कर ली। शहरी इलाके के छह थानों में 250 से अधिक वाहन जब्त की गई है। दाे से तीन हजार रुपए जुर्माने की पर्ची काटी गई।
थानेदाराें ने चेतावनी दी कि लाॅक डाउन ताेड़ने पर वाहन मालिकों के खिलाफ एफअाईअार भी दर्ज की जा सकती है। वरीय अधिकारियाें से निर्देश लेने के बाद ही उनके वाहन छोड़े जाएंगे।

पुलिस ने चौक-चाैराहाें पर की बैरिकेडिंग

शहर में लाॅक डाउन टूटने के बाद पुलिस ने कई प्रमुख चौक-चाैराहाें काे रस्सी बांध कर और  बैरिकेडिंग लगा कर सील कर दिया। जीराेमाइल, अघाेरिया बाजार, माेतीझील अाेवरब्रिज, गाेबरसही में भी इसी तरह सील किया। घेराबंदी के पास जवानाें की ड्यूटी लगाई गई है। जहां तैनात जवान कारण जानने के बाद ही शहर में प्रवेश की इजाजत दे रहे थे।

Input : Dainik Bhaskar

 

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