मुजफ्फरपुर नगर निगम में एक माह से चल रही उठापटक की राजनीति का एक चैप्टर आज बन्द हो गया। कौन बनेगा नया डिप्टी मेयर? इस सवाल का जवाब भी मिल गया। लगातार कई दिनों से चल रही भागदौड़ और तोड़जोड़ की राजनीति का एक अध्याय समाप्त हुआ। डिप्टी मेयर मानमर्दन शुक्ला के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव भरी बैठक में औंधे मुंह गिर गया। इससे तय हो गया गया कि वे डिप्टी मेयर के पद पर काबिज रहेंगे और उनकी कुर्सी बच गई।
शुक्रवार को नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेयी की अध्यक्षता में अविश्वास प्रस्ताव के लिए बैठक बुलाई गई थी। इसमें जिन 18 पार्षदों ने डिप्टी मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर दस्तखत किए थे, उन लोगों से वोटिंग करानी थी। बैठक में ASP अभियान, टाउन DSP, SDO पूर्वी समेत तमाम पुलिस और प्रशासन के पदाधिकारी मौजूद थे।
सिर्फ आठ वोट ही पड़े अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में
18 पार्षदों में सिर्फ 14 ने ही वोट डाले। इनमें आठ वोट ही अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े। तीन वोट डिप्टी मेयर के पक्ष में और एक वोट इनवैलिड रहा। वहीं चार पार्षदों ने वोट का बहिष्कार किया। पार्षद राकेश पिंटू ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर उनका फर्जी हस्ताक्षर है। इसलिए वे वोटिंग में हिस्सा नहीं लेंगे। नगर आयुक्त ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से वोटिंग हुई है। सिर्फ आठ वोट ही अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े हैं।
बैठक में मेयर को भी शामिल होना था, लेकिन ऐन वक्त पर उन्होंने सूचना भेजी कि वे बीमार हैं और इस बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगे। मेयर के बिना ही बैठक शुरू की गई। बता दें कि कल मेयर की किस्मत का फैसला होगा। वे इस कुर्सी पर रहेंगे या नहीं, यह कल तय होगा। नगर आयुक्त ने कहा कि कल भी शांतिपूर्ण तरीके से बैठक होगी। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। ज़िला पुलिस बल भी मौजूद रहेगी। साथ में पुलिस और प्रशासन के वरीय अधिकारी भी होंगे।
Input: dainik bhaskar