जलजमाव से शहर को राहत दिलाने के लिए नगर निगम तकरीबन 60 हजार रुपए प्रतिदिन डीजल पर खर्च कर रहा है। 36 एचपी के 5 मोटरपंप खरीदे हैं। 26 एचपी के 4 पंप निगम के पास पहले से हैं। नगर निगम के मुताबिक उच्च क्षमता के 5 मोटर पंप बेला में, 2 फैज काॅलोनी, एक सिकंदरपुर स्लुइस गेट और एक रामबाग नहर पर लगाए गए हैं। उच्च क्षमता के 9 मोटर पंप के अलावा विभिन्न इलाकाें में 35 मोटर पंप चल रहे हैं। मिठनपुरा इलाके के लिए 10 एचपी की मशीन की रिपेयरिंग की गई है। इन पर तकरीबन 60 हजार रुपए प्रतिदिन डीजल में खर्च हाे रहे हैं। लेकिन, शहरवासी 3 माह से जलजमाव की दुर्दशा झेल रहे हैं।
प्रमंडलीय आयुक्त के साथ बैठक के बाद निगम की टीम पिछले 4-5 दिनों से चक्कर मैदान इलाके से पानी निकालने के लिए जूझ रही है। पर अब तक पूरी तरह राहत नहीं मिली है। बटलर रोड स्थित लीची बागान रेलवे कॉलोनी पानी में डूबी हुई है। मेन रोड में भी पानी लगा ही है। ये सब इसलिए हो रहा है कि नालाें की समय रहते सफाई नहीं कराई गई।
माड़ीपुर और चक्कर मैदान इलाके से पानी निकालने के लिए शनिवार को बटलर रोड में बुलडोजर चला अतिक्रमण हटाया गया अाैर तब नाले की सफाई कराई गई। सुबह 8 बजे 2 जेसीबी की मदद से बटलर रोड में कई स्लैब तोड़े गए। बटलर दिघरा रोड निर्माण में बड़े-बड़े स्लैब बना देने से नाले की सफाई नहीं हो पा रही है। इस वजह से स्लैब ताेड़े गए। नालाें पर बनीं झुग्गी-झोपड़ियाें को भी हटा दिया गया। सिटी मैनेजर ओमप्रकाश की मौजूदगी में स्लैब तोड़ नाले की उड़ाही की गई। कच्चा नाला भी काटा गया। बालूघाट मन से नाव से जलकुंभी निकाली गई। इस मन से गरीबस्थान, पुरानी बाजार से लेकर बनारस बैंक चौक, गाेलाबांध राेड इलाके तक का पानी निकलता है।
Source : Dainik Bhaskar