देश के 4.75 करोड़ किसानों को अगले महीने यानी अप्रैल में 2000 रुपये की दूसरी किस्त मिलनी शुरू हो जाएगी. किस्त का पैसा सीधा किसानों के खाते में पहुंचेगा. ये वो किसान हैं, जिनका रजिस्ट्रेशन प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम (Pradhan mantri Kisan Samman Nidhi Scheme) के तहत चुनाव आचार संहिता लगने से पहले हो चुका है. आपको बता दें कि 10 मार्च 2019 को चुनाव आयोग के आम चुनाव की तरीखों की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो गई थी. देश के 12 करोड़ किसानों को सालाना 6000 रुपये देने की योजना थी. हालांकि, सही समय पर रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाने की वजह से चुनाव तक 7.25 करोड़ किसानों को इसका फायदा नहीं मिल पाएगा.सीधे बैंक खाते में आएंगे 2000 रुपये- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 फरवरी को गोरखपुर में पीएम-किसान सम्मान निधि योजना लॉन्च की थी. दो करोड़ से अधिक किसानों को पहली किस्त भेजी जा चुकी है. दूसरी किस्त 1 अप्रैल से दी जानी है. कृषि मंत्रालय के अधिकारियों ने न्यूज18 हिंदी से बातचीत में यह बात स्पष्ट कर दी है. इसके लिए कैबिनेट ने निर्णय लिया है कि आधार बायोमिट्रिक जरूरी नहीं होगा. सिर्फ आधार नंबर लिया जाएगा.पीएम मोदी ने 24 फरवरी को गोरखपुर में किसानों से जुड़ी सबसे अहम योजना की औपचारिक शुरुआत की थी. उसी दिन से पात्र किसानों के अकाउंट में 2000 हजार रुपये की इसकी पहली किस्त पहुंचनी शुरू हो गई थी. सियासी विश्लेषकों ने इसे मोदी का मास्टर स्ट्रोक बताया था क्योंकि राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार किसानों के अकाउंट में सीधे पैसा भेजा गया.
मोदी सरकार ने इस योजना को कांग्रेस की कर्जमाफी वाली स्कीम के काट में लॉंच किया. जाहिर है इसके सियासी फायदे का भी अनुमान लगाया गया होगा. सरकार की कोशिश थी कि किसी भी तरह से एक-दो किस्त चुनाव से पहले पहुंच जाए. ताकि यह स्कीम रुकने न पाए. इसीलिए पूर्व वित्त एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता मंत्री पी. चिदंबरम ने ट्वीट करके कहा था कि ‘आज ‘वोट के लिए नकदी’ दिवस है’. बीजेपी सरकार वोट के लिए अधिकारिक रूप से हर किसान परिवार को 2,000 रुपये का रिश्वत देगी. सबसे शर्मनाक यह है कि चुनाव आयोग ‘वोट के लिए रिश्वत’ को रोकने में असफल है.’
Input : News 18