स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड एवं कंसल्टेंट श्रेयी की कार्यप्रणाली कठघरे में है। दोनों की लापरवाही के कारण स्मार्ट सिटी की योजनाएं जमीन पर उतरने से पहले ही अटक जाती हैं। जुब्बा सहनी पार्क समेत शहर के तीन पाकोर्ं के विकास की योजना तकनीकी कारणों से फिलहाल जमीन पर नहीं उतर पाएगी। तीनों की निविदा रद कर दी गई है।

स्माई सिटी परियोजना के तहत 3.48 करोड़ रुपये से जुब्बा सहनी पार्क, 1.54 करोड़ से इंदिरा प्रियदर्शनी पार्क एवं 1.15 करोड़ रुपये से खबड़ा चिल्ड्रेंस पार्क का विकास होना है। इसके लिए स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा चार माह पूर्व निविदा निकाली गई थी। इसमें एजेंसियों को आमंत्रित किया गया गया था। तीन एजेंसियों ने इसमें भाग लिया था।

कंपनी ने 15 जुलाई तक कार्यादेश जारी करने की समय सीमा तय की थी, लेकिन तकनीकी मूल्यांकन समिति ने तकनीकी कारणों से तीनों पाकोर्ं के विकास की निविदा रद कर दी है। फिर से अल्पकालीन निविदा नए सिरे से निकालने का निर्देश दिया है। इसी प्रकार स्मार्ट सिटी के लिए तीस कर्मियों की बहाली योग्य अभ्यर्थी नहीं मिलने के कारण रद कर दी गई थी। इसके अलावा सरकारी भवनों की दीवारों को मधुबनी पेंटिंग से सजाने की योजना भी कई माह से अधर में लटकी है। सरकारी भवनों को सोलर ऊर्जा से रोशन करने का काम भी लंबे समय से लटका हुआ है।

Input : Dainik Jagran

 

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