आगामी लोकसभा चुनाव में जिले के दो लोकसभा क्षेत्रों में करीब साढ़े तीन लाख ऐसे वोटर होंगे जो सांसद चुनने के लिए पहली बार मतदान करेंगे। वैशाली व मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए पिछले पांच वर्षों में मतदाता की संख्या में करीब दस फीसद की वृद्धि हुई है। नए वोटरों का यह आंकड़ा दोनों लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों की जीत-हार में निर्णायक भूमिका निभा सकते है।

वर्ष 2014 के पिछले लोकसभा चुनाव में मुजफ्फरपुर व वैशाली लोकसभा मिलाकर करीब 31 लाख वोटर थे। वहीं इस बार साढ़े 34 लाख से अधिक मतदाता हैं। वैशाली लोकसभा चुनाव में पिछली बार जीत व हार का अंतर करीब 99 हजार था। इस बार यहां नए वोटरों की संख्या एक लाख 68 हजार बढ़ गई है। इनमें अधिकतर युवा वोटर हैं।

मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र में पिछली बार जीत का अंतर दो लाख से अधिक था। इस बार यहां एक लाख 77 हजार नए वोटर हैं। ये भी युवा वोटर हैं। इनके मुद्दे भी नए होंगे। साथ ही पहली बार सांसद चुनने का उत्साह भी। इसे देखते दोनों लोकसभा के लिए ये युवा वोटर निर्णायक भूमिका निभाएंगे।

पिछले व आगामी लोकसभा में वोटरों की संख्या

वैशाली में वर्ष 2014 में कुल मतदाताओं की संख्या 15 लाख 66 हजार 321 थी। इसमें पुरुष मतदाता आठ लाख 41 हजार 773 व महिला मतदाता सात लाख 24 हजार 500 थी। थर्ड जेंडर 48 थे। वर्ष 2019 में कुल मतदाता 17 लाख 34 हजार 992 थे। इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या नौ लाख 31 हजार 716 व महिला मतदाता आठ लाख तीन हजार 228 थी। थर्ड जेंडर 48 थे। नए मतदाताओं की संख्या एक लाख 68 हजार 671 है।

मुजफ्फरपुर लोकसभा

वर्ष 2014 में कुल मतदाता 15 लाख 51 हजार 363 थे। इसमें पुरुष मतदाता आठ लाख 30 हजार 943 व महिला मतदाता सात लाख 20 हजार 390 थी। थर्ड जेंडर की संख्या 30 थी। वर्ष 2019 में कुल मतदाता 17 लाख 29 हजार 313 है। पुरुष मतदाता नौ लाख 21 हजार 793 व महिला मतदाता आठ लाख सात हजार 487 है। थर्ड जेंडर की संख्या 33 है। नए मतदाता एक लाख 77 हजार 950 है।

Input : Dainik Jagran

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