PATNA: बिहारी मजदूरों को लाने के लिए तेजस्वी यादव ने एक बड़ा एलान किया है. तेजस्वी ने कहा कि वह बिहारी मजदूरों को लाने के लिए 50 ट्रेनों का किराया देने को तैयार है.
बिहार सरकार असमर्थ
तेजस्वी ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल शुरुआती तौर पर बिहार सरकार को अपनी तरफ़ से 50 ट्रेनें देने को तैयार है. हम मज़दूरों की तरफ से इन 50 रेलगाड़ियों का किराया असमर्थ बिहार सरकार को देंगे. सरकार आगामी 5 दिनों में ट्रेनों का बंदोबस्त करें. पार्टी इसका किराया तुरंत सरकार के खाते में ट्रांसफ़र करेगी.
राष्ट्रीय जनता दल शुरुआती तौर पर बिहार सरकार को अपनी तरफ़ से 50 ट्रेन देने को तैयार है।
हम मज़दूरों की तरफ़ से इन 50 रेलगाड़ियों का किराया असमर्थ बिहार सरकार को देंगे। सरकार आगामी 5 दिनों में ट्रेनों का बंदोबस्त करें, पार्टी इसका किराया तुरंत सरकार के खाते में ट्रांसफ़र करेगी।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 4, 2020
मजदूरों को नहीं लाना चाहते हैं नीतीश
15 साल वाली ड़बल इंजन सरकार अप्रवासी बिहारी मज़दूरों को वापस नहीं लाने के बहाने खोज टाल-मटोल कर रही है. 5 दिनों में 3 ट्रेनों से लगभग 3500 लोग ही वापस आ पा रहे है. कभी किराया, कभी संसाधनों तो कभी नियमों का रोना रोते है. नीतीश सरकार की मंशा कतई मज़दूरों को वापस लाने की नहीं है.
एक मजदूर पर 500 रुपए खर्च करने को तैयार नहीं सरकार
तेजस्वी ने कहा कि लगभग 40 लाख बिहारियों यानि उनके परिवार सहित लगभग 2 करोड़ लोगों के जीवन की बिहार सरकार को कोई परवाह नहीं. सरकार नशामुक्ति 24 हजार करोड़, जल-जीवन हरियाली साढ़े 24 हजार कोरड़ और विज्ञापन पर 500 करोड़ के नाम पर कुल 49 हजार करोड़ खर्च कर देगी. लेकिन गरीबों का जीवन बचाने का मात्र 500 रुपए किराया नहीं. बता दें कि स्पेशल ट्रेन चलाने से पहले तेजस्वी यादव ने कोटा में फंसे बिहारी छात्रों को लाने के लिए 2 हजार बस देने की घोषणा की थी. तेजस्वी ने सरकार से पूछा था कि बस कहा प देनी है वह बता दें.
Input : First Bihar