वॉट्सऐप (WhatsApp) ने पिछले दिनों नए नियम-कायदे लाने की बात कही है। जो इस साल 8 फरवरी से वजूद में आ जाएंगे। खबर है कि इन्हें न मानने पर आपका वॉट्सऐप अकाउंट बंद हो जाएगा। वॉट्सऐप यूजर्स फिक्रमंद हैं। उन्हें अपने प्राइवेट डेटा की चिंता सता रही है। इस बीच, लोग अचानक प्राइवेसी-फोकस्ड मेसेजिंग ऐप सिग्नल (Signal) पर ‘टूट’ पड़े हैं। दरअसल, हाल में दुनिया के सबसे अमीर आदमी बने टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने Signal को लेकर एक ट्वीट किया है। उन्होंने लोगों से सिग्नल इस्तेमाल करने की बात कही है। मस्क के 7 जनवरी को किए गए इस ट्वीट के बाद बड़ी संख्या में लोग Signal ऐप डाउनलोड कर रहे हैं। सिग्नल के बढ़ते डाउनलोड्स के बीच मेसेजिंग ऐप्स के बीच वॉट्सऐप की दादागीरी खतरे में नजर आ रही है। इस बीच, वॉट्सऐप ने स्पष्ट किया है कि नए प्राइवेसी अपडेट का असर प्राइवेट चैट्स पर नहीं पडे़गा।

भारत समेत कई देशों में टॉप फ्री ऐप बना Signal
बढ़ते डाउनलोड्स के बीच Signal भारत समेत कई देशों में ऐपल के ऐप स्टोर में अब टॉप फ्री ऐप बन गया है। सिग्नल ने टॉप फ्री ऐप्स का ऐप स्टोर चार्ट्स ट्वीट किया है, जिसमें बताया गया है कि वह किन मार्केट्स में अभी नंबर 1 की पोजिशन पर पहुंच गया है। सिग्नल ने भारत, जर्मनी, फ्रांस, आस्ट्रिया, फिनलैंड, हांगकांग और स्विट्जरलैंड में नंबर 1 की पोजिशन के लिए वॉट्सऐप को पीछे छोड़ दिया है। इसके अलावा, जर्मनी और हंगरी में Signal  गूगल प्ले स्टोर में भी टॉप फ्री ऐप्स बन गया है।

दुनिया भर में Signal की पॉपुलैरिटी बढ़ रही है। नए यूजर्स साइन-इन की कोशिश कर रहे हैं। कई यूजर्स ने पिछले दिनों वैरिफिकेशन कोड न मिलने की बात भी कही। इस पर Signal ने कहा था, ‘फिलहाल बड़ी संख्या में नए लोग सिग्नल ज्वाइन करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे वैरिफिकेशन कोड्स में थोड़ी देरी हो रही है। इस इश्यू को सुलझाने के लिए हम टेलिकॉम कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’

 

सिग्नल का यूजर्स की प्राइवेसी पर पूरा फोकस
अगर Signal की बात करें तो इसका पूरा फोकस यूजर्स की प्राइवेसी सेफ रखने पर है। इसकी टैगलाइन है- ‘Say hello to privacy’। कंपनी का दावा है कि वह ऐसे सिस्टम का इस्तेमाल कर रही है, जिसे क्रैक कर पाना असंभव है। व्हिस्लब्लोअर एडवर्ड स्नोडेन ने भी इस मेसेजिंग ऐप को एंडोर्स किया है। यूजर्स प्राइवेसी को लेकर सिग्नल का कहना है,  ‘हम आपके मेसेज नहीं पढ़ सकते हैं या आपकी कॉल्स नहीं सुन सकते हैं, और दूसरा कोई भी ऐसा नहीं कर सकता है।’ Signal ऐप यूजर्स को मेसेज भेजने, ऑडियो और विडियो कॉल्स करने, फोटोज, विडियोज और लिंक शेयर करने की सहूलियत देता है। सिग्नल दिसंबर 2020 में ग्रुप विडियो कॉलिंग का ऑप्शन भी लेकर आया है।

ग्रुप में खुद से किसी को नहीं कर सकते हैं ऐड
Signal पर आप ग्रुप्स भी बना सकते हैं, जिसके मेंबर्स की संख्या 150 तक होगी। हालांकि, ग्रुप बनाने पर कोई भी व्यक्ति ऑटोमैटिकली ग्रुप में नहीं जुड़ेगा। लोगों को इनवाइट भेजा जाएगा और अगर वह उसे स्वीकार करते हैं तो वह ग्रुप से जुड़ जाएंगे। इसके अलावा, सिग्नल में डिसएपियरिंग मेसेज फीचर भी दिया गया है। यह ऐप न केवल इंड-टू-इंड इनक्रिप्शन देता है, बल्कि यूजर्स का डेटा भी बहुत कम कलेक्ट करता है।

क्या है Whatsapp की नई पॉलिसी 

WhatsApp 5 जनवरी से अपने यूजर्स को इन-ऐप नोटिफिकेशन भेजकर अपनी पॉलिसी में होने वाले बदलावों के बारे में बता रहा है।वॉट्सऐप की अपडेटेड पॉलिसी में आपके द्वारा कंपनी को दिए जा रहे लाइसेंस में कुछ बातें लिखी गईं हैं। इसमें लिखा है कि हमारी सर्विसेज को ऑपरेट करने के लिए आप वॉट्सऐप को जो कंटेंट आप अपलोड, सबमिट, स्टोर, सेंड या रिसीव करते हैं, उनको यूज, रिप्रोड्यूस, डिस्ट्रीब्यूट और डिस्प्ले करने के लिए दुनियाभर में, नॉन-एक्सक्लूसिव, रॉयल्टी फ्री, सब्लिसेंसेबल और ट्रांसफरेबल लाइसेंस देते हैं। WhatsApp के यूज के लिए इन नियम और शर्तों को एक्सेप्ट (accept) करना होगा। इसे एक्सेप्ट (accept) नहीं करने पर यूजर्स का अकाउंट डिलीट (account delete) कर दिया जाएगा।

Whatsapp आपके डिवाइस से जुटाता है ये डेटा 

वॉट्सएप आईडी, यूजर आईडी, एडवरटाइजिंग डेटा, पसचेज हिस्ट्री, कोर्स लोकेशन, फोन नंबर, ईमेल एड्रेस, कॉन्टैक्ट्स, प्रोडक्ट इंटरैक्शन, क्रैश डेटा, परफॉर्मेंस डेटा, डायग्नॉस्टिक डेटा, पेमेंट इन्फो जैसी जानकारियां आपके फ़ोन से ले लेता है।

Input: Live Hindustan

rama-hardware-muzaffarpur

Muzaffarpur Now – Bihar’s foremost media network, owned by Muzaffarpur Now Brandcom (OPC) PVT LTD