नई दिल्ली. विज्ञान और अंतरिक्ष के क्षेत्र में एलियन (Aliens) हमेशा से ही दिलचस्प विषय रहे हैं. लोगों को जानने में दिलचस्पी रहती है कि क्या धरती के अलावा भी किसी और ग्रह पर जीवन है? अभी तक तो इस पर पक्के तौर पर कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन एलियन को लेकर कई दावे किए गए हैं. हालांकि, अमेरिकी सेना ने एलियन जहाजों (UFOs) को लेकर तीन वायरल वीडियो जारी किए हैं, जो इंटरनेट पर मौजूद हैं. इनसे एक बार फिर से एलियंस को लेकर चर्चा शुरू हो गई है.

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दरअसल, अमेरिका में तीन वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें सैन्‍य विमानों का सामना एलियन जहाजों (UFOs) से होता हुआ नजर आ रहा है. ये रहस्‍यमयी UFOs ऐसे हवाई करतब कर रहे हैं, जो दुनिया में मौजूद किसी भी एविएशन टेक्‍नोलॉजी से संभव नहीं है. ये वीडियो सामने के बाद उनकी सत्‍यता पर सवाल खड़े हो रहे थे. अब अमेरिकी नौसेना ने माना है कि ये लीक वीडियोज असली हैं, लेकिन इन्‍हें सार्वजनिक करने की अनुमति नहीं दी गई थी.

बता दें कि दुनिया में सबसे पहले जर्मनी के नूरेमबर्ग में अप्रैल 1561 में लोगों ने आसमान में बड़े ‘ग्लोब्स’, विशालकाय ‘क्रॉस’ और अजीबोगरीब ‘प्लेट’ जैसी चीजें देखे जाने का दावा किया. उस समय के चित्रों और लकड़ी की कटिंग से उस घटना की जानकारी मिलती है.

अज्ञात हवाई घटना की श्रेणी में रखी गई घटना

अमेरिकी नौसेना के उपप्रमुख जोसफ ग्रैडशर ने बताया कि वीडियो असली हैं, लेकिन उसमें दिखाई दे रही रहस्‍यमयी चीजों के बारे में साफ तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है. नौसेना ने तीनों वीडियो को अज्ञात हवाई घटना की श्रेणी में रखा है. इनके बारे में सिर्फ इतना ही कहा जा सकता है कि अनधिकृत या अज्ञात एयरक्राफ्ट सैन्‍य नियंत्रण वाले प्रशिक्षण क्षेत्र में दिखाई दिया था.

एक वीडियो में छोटी सी गोली के आकार की कोई चीज दिखाई दे रही है, जो थोड़ी देर हवा में ही मंडराती रहती है. इसके बाद बहुत तेज रफ्तार से एक दिशा में उड़ जाती है. दूसरे वीडियो में इस पर नजर रखने वाले विमान के सेंसर तेजी से हवा में उड़ते अज्ञात एयरक्राफ्ट पर जम जाते हैं. वीडियो के बैकग्राउंड में विमान के पायलट उसकी रफ्तार देख कर चौंक जाते हैं और पूछ रहे हैं कि उन्‍होंने आखिर क्‍या देखा? तीसरे वीडियो में एक अंडाकार वस्‍तु रुकने से पहले समान रफ्तार में उड़ रही है. इसके बाद एक ही जगह पर गोल-गोल घूमती है.

पेंटागन ने वीडियो लीक होने की शिकायत की

वीडियो को जारी करने वाले पूर्व सैन्‍य खुफिया अधिकारी लुइस एलजॉन्‍डो का दावा है कि वह 2017 में पेंटागन की यूएफओ शोध इकाई में एडवांस्‍ड एयरोस्‍पेस थ्रेट आईडेंटिफिकेशन प्रोग्राम के निदेशक थे. ये वीडियो गोपनीय नहीं हैं, लेकिन इन्‍हें सार्वजनिक करने की मंजूरी नहीं दी गई थी. वीडियो लीक होने के बाद न्‍यूयॉर्क टाइम्‍स, द स्‍टार्स एकेडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंस, वैज्ञानिकों, पूर्व खुफिया अधिकारियों के कंसोर्टियम और यूएफओ की जांच की मांग करने वाले सेलेब्रिटीज तक पहुंच गया.

Input : News18

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