लगातार विकास के नए कीर्तिमान गढ़ रहे दरभंगा एयरपोर्ट ने रविवार को एक नए इतिहास का सृजन किया। यहां से सरकार के नागरिक विमानन मंत्रालय की अति महत्वाकांक्षी कृषि उड़ान योजना के तहत पहले विमान एसजी-945 ने विश्वविख्यात मुजफ्फरपुर की शाही लीची लेकर उड़ान भरी। निर्यातक सीजे डॉर्कल के लिए मुंबई के लिए पहले दिन कुल 71 पैकेट (965 किलोग्राम) लीची भेजी गई। इस दौरान सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा गया।
एयरपोर्ट के निदेशक विप्लव कुमार मंडल ने बताया कि विश्व स्तर पर ख्यातिप्राप्त मुजफ्फरपुर की शाही लीची के 71 पैकेट पहले दिन दरभंगा से मुंबई के लिए भेजे गए। निर्यातक की सुविधा अनुसार यह सुविधा दिल्ली, बैंगलुरू, कोलकाता, हैदराबाद आदि महानगरों के लिए जाने वाली फ्लाइटों में शीघ्र उपलब्ध कराई जाएगी। इस व्यवस्था के शुरू हो जाने से शाही लीची उत्पादकों तथा व्यवसायियों को काफी लाभ मिलेगा। निदेशक ने बताया कि लीची को फ्लाइट से भेजने मे सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा जाता है। लगातार सुरक्षा निगरानी में लीची की पहली खेप भेजी गई है।
बता दें कि फिलहाल दरभंगा से कार्गो सेवा की शुरुआत नहीं हो पाई है। फिर भी स्थानीय प्रबंधन ने सीमित संसाधनों के सहारे ही किसान और लीची उत्पादकों के लिए रोजगार का द्वार खोल दिया। इसके तहत तत्काल लगेज बॉक्स में ही मुजफ्फरपुर की शाही लीची को हवाई जहाज से महानगरों में भेजने की व्यवस्था की गई है।
Input: dainik jagran