योग गुरु बाबा रामदेव ने अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को सलाह दी है कि वह ‘बड़े फैसले’ लेने से पहले देश के सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों से खुद वाकिफ हो जाएं। जेएनयू जाने पर दक्षिण पंथी दलों के निशाने पर आई अभिनेत्री को लेकर चुटकी लेते हुए बाबा ने कहा कि दीपिका को उनके जैसे लोगों को अपना सलाहकार नियुक्त कर लेना चाहिए, ताकि उन्हें अहम मुद्दों पर निष्पक्ष राय मिल सके।
गौरतलब है कि जेएनयू में पांच जनवरी को हुई हिंसा के खिलाफ विरोध करने और आंदोलनकारी छात्रों के समर्थन में वहां पहुंचने को लेकर दीपिका पादुकोण चौतरफा आलोचना की शिकार हो रही हैं। सोमवार को इंदौर आए बाबा रामदेव ने दीपिका को लेकर कहा कि एक अभिनेत्री के रूप में दीपिका का कृतित्व जुदा है। हालांकि, उन्हें अपने देश के सामाजिक, राजनीतिक व सांस्कृतिक मुद्दों को अच्छे से समझ लेना चाहिए और उसके बाद ही ‘बड़े फैसले’ लेना चाहिए।
सीएए का पूरा अर्थ नहीं जानने वाले कर रहे विरोध
सीएए का पूरा समर्थन करते हुए रामदेव ने कहा कि देश के वे लोग इसका विरोध कर रहे हैं, जिन्हें इसका पूरा अर्थ तक पता नहीं है। ऐसे लोग पीएम नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ भद्दी भाषा का उपयोग कर रहे हैं। आजादी के नारे लगाकर देश की छवि खराब कर रहे हैं। विवि में आज छात्र ‘नेहरू वाली आजादी चाहिए’, ‘गांधी वाली आजादी चाहिए’ कहते-कहते ‘जिन्ना वाली आजादी चाहिए’ के नारे लगा रहे हैं। यह अच्छी बात नहीं है। ऐसी नारेबाजी से शिक्षा व समय का नुकसान हो रहा है, यह शर्मनाक है। जो लोग देश में अराजकता फैला रहे हैं, सरकार को उनके खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए।
कमलनाथ को बताया दूरदर्शी
रामदेव ने मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि वे दूरदर्शी व्यक्ति हैं। उनके जितने अच्छे संबंध पूर्व सीएम शिवराजसिंह चौहान से थे, उतने ही कमलनाथ से भी हैं। कमलनाथ को पता है कि प्रदेश में सरकार कैसे चलानी है। बाबा ने कहा कि उनकी प्रदेश सरकार से केमिस्ट्री अच्छी है। प्रदेश सरकार ने खुद द्वार खोलकर पतंजलि को उद्योग लगाने के लिए आमंत्रण दिया है। गौरतलब है कि कि बाबा रामदेव पतंजलि उद्योग द्वारा अधिगृहित की गई इंदौर की रुचि सोया कंपनी के दफ्तर के शुभारंभ व अन्य कार्यक्रमों के लिए सोमवार को इंदौर आए थे।