इथियोपियन एयरलाइंस का बोइंग 737 विमान रविवार को क्रैश हो गया। इसमें सवार सभी 149 यात्री और 8 क्रू मेंबर्स की मौत हो गई। इनमें पर्यावरण मंत्रालय की सलाहकार शिखा गर्ग समेत चार भारतीय थे। सरकारी मीडिया के मुताबिक, मृतकों में 35 देशों के नागरिक शामिल हैं। प्लेन इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा से केन्या के नैरोबी जा रहा था।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने विमान हादसे पर शोक जताते हुए बताया कि मारे गए भारतीयों के नाम- वैद्य पन्नागेश भास्कर, वैद्य हासिन अन्नागेश, नुकावारपु मनीषा और शिखा गर्ग हैं। उन्होंने कहा कि इथियोपिया स्थित उच्चायुक्त से भारतीय मृतकों के परिवार वालों की हर तरह की मदद करने को कहा गया है।

एयरलाइंस के सीईओ तेवोल्डे गेब्रेमारियम ने बताया कि बोइंग विमान ने स्थानीय समयानुसार सुबह 8.38 बजे उड़ान भरी और इसके 6 मिनट बाद ही इसका संपर्क टूट गया था। अभी हादसे की वजह पता नहीं चल पाई है। हालांकि, पायलट ने इमरजेंसी कॉल किया था। इसके बाद उसे लौटने की अनुमति दी गई।

नवंबर में खरीदा गया था प्लेन

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, विमान राजधानी अदीस अबाबा से करीब 60 किलोमीटर दूर बीशोफ्तू के पास क्रैश हुआ। एयरलाइंस ने इस विमान को नवंबर में ही खरीदा था। इथियोपियन एयरलाइन को अफ्रीका की सबसे बड़ी एयरलाइन के तौर पर जाना जाता है। 2010 में भी एयरलाइंस का एक विमान बेरूत से उड़ान भरने के बाद क्रैश हो गया था, तब 90 यात्रियों की जान गई थी।

सबसे ज्यादा केन्या के यात्रियों की मौत

एयरलाइंस के प्रवक्ता ने बताया कि बोइंग विमान में केन्या के 32, इथियोपिया के 17, कनाडा के 18, अमेरिका, इटली और चीन के 8-8, फ्रांस और ब्रिटेन के 7-7, मिस्र के 6, नीदरलैंड के 5, भारत और स्लोवाकिया के 4-4, जर्मनी के 5, रूस, ऑस्ट्रिया और स्वीडन के 3-3, स्पेन, इजरायल, मोरक्को और पोलैंड के 2-2 यात्री सवार थे।

प्रधानमंत्री ने सबसे पहले पुष्टि की 

इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद ने सबसे पहले प्लेन क्रैश की पुष्टि की। उन्होंने ट्विटर पर मृतकों के प्रति गहरी संवेदना जताई।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने संवेदना जताई

Input : Dainik Bhaskar

 

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