सरैया के बघनगरी निवासी न्यायिक अधिकारी राजीव कुमार का निधन शनिवार को चेन्नई के अस्पताल में इलाज के दौरान हो गया। वे गया में एसीजेएम के पद पर कार्यरत थे। पटना के रास्ते शव बघनगरी स्थित पैतृक निवास स्थान पर पहुंचा।

 

रविवार को बघनगरी में अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन की सूचना के बाद न्यायिक अधिकारियों व अधिवक्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई। वे अपने पीछे रेलवे से सेवानिवृत पिता रविंद्र कुमार ठाकुर, मां, पत्नी व दो बेटे को छोड़ गए। वे करीब 45 साल के थे। पूर्व में श्री कुमार मुजफ्फरपुर सिविल कोर्ट में वकालत करते थे। बिहार स्टेट बार काउंसिल के सदस्य सच्चिदानंद सिंह ने बताया कि वे 1998 से चार साल तक सिविल कोर्ट में प्रेक्टिस किए। वे मोतिहारी, बेतिया, बेगूसराय समेत कई जिलों में कार्यरत थे। न्यायिक अधिकारी जावेद आलम ने कहा कि उनकी कमी हमेशा खलेगी। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नवल किशोर प्रसाद सिन्हा, महिला अधिवक्ता संघ की डॉ. संगीता शाही, राजीव कुमार ने शोक जताया है।

Input : Hindustan

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