अगर आप अपने बच्चों के साथ अपने रिश्ते को मज़बूत और बेहतर बनाना चाहती हैं तो तैयारी शुरू कर दीजिए। खाने-पीने और कपड़ों का ध्यान रखने के अलावा अगर आप अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में भी मदद करती हैं, तो आप न सिर्फ उनका भविष्य सुधार सकती हैं, बल्कि इमोशनली भी उनसे ज़्यादा कनेक्ट हो सकती हैं।

जर्नल ऑफ डेवलेपमेंट एंड बिहेवियर पीडियाट्रिक्स में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक अगर आप बच्चों के साथ मिल-जुलकर पढ़ाई करेंगी तो आप एक बेहतर मां बन सकती हैं।

पढ़ाई के साथ व्यवहार में भी बनाएं अव्वल

अमेरिका की रटगर्स यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर और मुख्य शोधकर्ता मैनुएल जिमेन्ज का कहना है कि पढ़ाई में आपकी मदद से बच्चे न सिर्फ एकेडमिक बल्कि व्यावहारिक रूप से भी अच्छे इंसान बनते हैं। बच्चों की कामायबी में यह शोध एक निर्णायक भूमिका अदा कर सकता है।

2000 मां-बच्चों पर हुआ शोध

इस शोध में अमेरिका के 20 सबसे बड़े शहरों में रहने वाले मां-बचों की 2000 जोड़ियां शामिल हुई थीं। शोध के दौरान उनसे पूछा गया कि एक से लेकर तीन वर्ष तक उन्हें बच्चों को पढ़ाते हुए कैसा महसूस हुआ। इस दौरान उनके व्यवहार में किस तरह के बदलाव देखने को मिले। बता दें कि बच्चों के शारीरिक और मानसिक व्यवहार को लेकर दो साल बाद दोबारा उनसे सवाल किए गए थे। शोध के परिणामों से पता चला कि बच्चों के साथ पढ़ाई के जरिए लगातार जुड़े रहने वाले पैरेंट्स का बॉन्ड बच्चों के साथ ज़्यादा मज़बूत दिखा। इस शोध में न सिर्फ बच्चों के व्यवहार की जांच की गई, बल्कि मां के व्यवहार को लेकर भी साफ तौर पर निष्कर्ष सामने आए।

इसके अलावा अगर आप बतौर मां…

1. धैर्य से काम लेती हैं तो आप एक अच्छी मॉम हैं। जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं वह नए चीज़ें खोजते हैं और सीखते हैं। ऐसे में कई बार वह लापरवाही भी कर सकते हैं। लेकिन ऐसे वक्त में आपको धैर्य से काम लेना चाहिए और उन पर चीखना या चिल्लाना नहीं चाहिए।

2. बच्चे सफलता का स्वाद चखने से पहले कई बार फेल भी होंगे। जैसे चलना या घुटने के बल चलना सीखते समय या अपने आप खाना खाना सीखना। ऐसे मौके पर आपको प्रोत्साहक होना पड़ेगा। अपने बच्चों का सपोर्ट करें ताकि वह ज़िंदगी हर मुश्किल का सामना आसानी से कर सकें।

3. एक अच्छी मां बनने के लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी है समझदारी। आपको अपने बच्चों को सुनने के लिए समय निकालने और उनके दृष्टिकोण से एक स्थिति को समझने की कोशिश करने की ज़रूरत होती है।

4. इज़्ज़त कमाई जाती है, और आपको बच्चों को ये सीखना पड़ेगा। आप अपने बच्चे के सम्मान को पाने के लिए जो भी करेंगे, इसी से वह भी सीखेंगे कि उन्हें खुद का सम्मान कैसा करना है। जिन बच्चों को आत्म-सम्मान और दूसरों का सम्मान करना सिखाया जाता है, वे खुश, अधिक उदार और जीवनभर अच्छे रिश्ते बनाने में कामयाब होते हैं।

5. अपने बच्चों के लिए सुनिश्चित करें कि आप हमेशा मज़बूत बने रहें, क्योंकि वह रोज़मर्रा की ज़िंदगी में आपको देख रहे हैं, यहीं से वह प्रेरित होंगे और उन्हें मुश्किल समय में भी जीवन जीने की ताकत मिलेगी।

I just find myself happy with the simple things. Appreciating the blessings God gave me.