PATNA : नागरिकता संसोधन कानून CAA के खिलाफ आंदोलन में पूर्वोत्तर राज्यों को देश से अलग कर देने की साजिश रचने वाला शऱजील इमाम पुलिस की जांच में बड़ा देशद्रोही निकला. बिहार के सत्ताधारी JDU के एक पूर्व नेता के पुत्र शऱजील इमाम के खिलाफ पुलिस ने आतंकवाद निरोधक कानून UAPA के तहत भी मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस ने अपनी जांच में पाया है कि शरजील इमाम ने देश को बांटने की साजिश रची थी.
गौरतलब है कि बिहार के जहानाबाद के काको का रहने वाला शरजील इमाम तब चर्चा में आया था जब नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन के बीच उसका वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो में शरजील इमाम खुलेआम अपने लोगों से देश के पूर्वोत्तर राज्यों को भारत से अलग कर देने को कह रहा था. इसके बाद उसके खिलाफ देश के कई राज्यों में मुकदमा दर्ज हुआ था. मुकदमा दर्ज होने के बाद शऱजील इमाम फरार हो गया था. उसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने बिहार के जहानाबाद के काको से गिरफ्तार किया था. शरजील इमाम बिहार प्रदेश जेडीयू के दिवंगत नेता का बेटा है. जेडीयू ने उसके पिता को विधानसभा चुनाव का टिकट भी दिया था.
देश को बांटने की साजिश रचने वाले शरजील इमाम के खिलाफ 5 राज्यों में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जा चुका है. लेकिन उसके खिलाफ जांच मुख्य रूप से दिल्ली पुलिस की क्राइन ब्रांच की टीम कर रही थी. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने कल उसके खिलाफ आतंकवाद निरोधक कानून UAPA के तहत मामला दर्ज किया है. इससे पहले दिल्ली के जामिया में हुई हिंसा के मामले में शरजील इमाम के खिलाफ चार्जशीट दायर की जा चुकी है.
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि शरजील की जांच पड़ताल में चौकाने वाले तथ्यों का खुलासा हुआ है. उसके बड़े नेटवर्क का पता चला है जिसके सहारे शरजील इमाम देश को तोडने की साजिश तैयार कर रहा था. उसके फंडिग की भी जानकारी पुलिस को मिली है. उसकी भी जांच पड़ताल की जा रही है. पुलिस ने पहले ही शरजील इमाम के खिलाफ आईपीसी की धारा 124A (राजद्रोह) और 153A ( धर्म, भाषा, नस्ल वगैरह के आधार पर लोगों में नफरत फैलाना) के तहत मामला दर्ज किया था.
गौरतलब है कि शरजील इमाम के जिस भाषण के बाद पूरे देश में सनसनी फैल गयी थी उसने पुलिस को उसके खिलाफ कार्रवाई का पुख्ता आधार मुहैया कराया है. इस वीडियो में शरजील इमाम असम को भारत से काटने की बात कहता दिख रहा था. इस भाषण में शरजील इमाम ने कहा था कि अगर हमारे पास संगठित लोग हों तो हम असम को हिंदुस्तान से अलग कर सकते हैं. हमेशा के लिए नहीं तो कुछ दिनों के लिए तो असम को भारत से अलग किया जा सकता है.
Input : First Bihar