तीन दिनों तक चले सफाई के विशेष अभियान के बाद भी शहरवासियों को नारकीय हालात से मुक्ति नहीं मिल पाई है। अभी भी शहर ही सड़कों एवं गलियों में सैकड़ों टन कचरा जमा है। जमा कचरा बारिश के पानी के साथ मिलकर सड़ांध पैदा कर रहा है जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है।
मंत्री खुद सड़क पर उतरे
शहरवासियों को कचरा से मुक्ति दिलाने के लिए नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने स्वयं सड़क पर उतर कचरे का निष्पादन करवाया। अपने निजी खर्च पर अभियान के लिए निगम को अतिरिक्त ट्रैक्टर एवं जेसीबी मशीन उपलब्ध कराया। स्वयं चल रहे कार्य का निरीक्षण किया। लेकिन उनकी पहल भी शहर को कचरा मुक्त नहीं कर पाई।
शहर में दर्जनों स्थान पर अब भी कचरा
पानी टंकी चौक, देवी मंदिर रोड, मालगोदाम चौक, क्लब रोड, अखाड़ाधाट रोड, संजय सिनेता रोड, केदारनाथ रोछ, चर्च रोड, जवाहरलाल रोड समेत शहर में दर्जनों स्थान पर अभी भी कचरा जमा है। निगम द्वारा रात में कचरे का निष्पादन किया जा रहा है लेकिन सुबह उतना कूड़ा वहां जमा हो जाता है जो पूरे दिन लोगों की सेहत को चुनौती देते रहता है। स्थिति तब और खराब हो जाती है जब बारिश होती है। कचरा एवं बारिश का पानी सड़ांध पैदा करता है इससे आसपास रहने वालों के साथ-साथ राहगीर भी परेशान हैं। निगम प्रशासन का दावा है कि प्रतिदिन रात्रि में दो सौ से तीन सौ टन कचरे का निष्पादन किया जा रहा है। बावजूद इसके सड़कों पर जमा कचरा उसके दावों की पोल खोल रहा है।
रौतिनिया में तैयार हो रहे कंपोस्ट पिट
रौतिनिया डंपिंग ग्राउंड पर कचरा से खाद तैयार करने के लिए दो दर्जन कंपोस्ट पिट का निर्माण किया जा रहा है। पिट तैयार होने के बाद गीले कचरे से खाद तैयार करने का काम शुरू हो जाएगा। अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद ने सोमवार को पिट निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि जल्द ही पिट का निर्माण कर लिया जाएगा। इसके के लिए अतिरिक्त मजदूर लगाए गए हैं। वहीं रौतिनिया डंपिंग ग्राउंड पर व्यवस्थित तरीके से कचरे का निष्पादन किया जा रहा है।
Input : Dainik Jagran