नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने कहा है कि जिला मुख्यालय वाले सभी शहरों में नए सिरे से ड्रेनेज सिस्टम विकसित किया जाएगा। मुजफफरपुर, छपरा एवं मधुबनी में ड्रेनेज सिस्टम का काम चल रहा है। उत्तर बिहार के अन्य शहरों, सीतामढ़ी, दरभंगा, मोतिहारी, बेतिया आदि में ड्रेनेज सिस्टम विकसित करने के लिए सर्वे का काम शुरू होने जा रहा है। इसके लिए विभाग द्वारा टीम का गठन किया गया है। सर्वे के बाद वहां ड्रेनेज सिस्टम का डीपीआर तैयार किया जाएगा।
शनिवार को दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में मंत्री शर्मा ने कहा कि इस साल राज्य में हुई भारी बारिश के कारण शहरों में हुए जलजमाव को देखते हुए नए सिरे से ड्रेनेज सिस्टम विकसित करने का निर्णय लिया गया है। आबादी एवं शहरी क्षेत्र का विस्तार होने के कारण वर्षों पूर्व बनी ड्रेनेज व्यवस्था कारगर नहीं रह गई है। अब बारिश का पानी शहर से बाहर निकलने के लिए मास्टर नाला अलग होगा और घरों से निकलने वाले गंदा पानी के निकलने की अलग व्यवस्था होगी। नाले के गंदा पानी का ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर उपचार किया जाएगा और पानी का उपयोग खेतों की सिंचाई में होगा।
मुजफ्फरपुर शहर में 183.40 करोड़ की स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज सिस्टम का काम चल रहा है। अगले साल लोगों को जलजमाव से राहत मिल जाएगी। मास्टर नाला का निर्माण कार्य चल रहा है। बरसात के बाद काम में तेजी लाई जाएगी। शहर के अंदर बने नालों का नक्शा तैयार किया जाएगा। आगे से कोई एजेंसी शहर में किसी भी योजना से नाला बनाती है तो उसे नक्शा के अनुरूप काम करना होगा। साथ ही नगर निगम से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना होगा। स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत शहर में स्मार्ट नालों का निर्माण कराया जाएगा। अगले साल बरसात में शहरवासियों को जलजमाव की पीड़ा का सामना नहीं करना पड़ेगा।
Source : Dainik Jagran