बिहार में नवादा लोकसभा सीट इस बार चर्चा में है। वो इसलिए कि केंद्रीय मंत्री और इस सीट से मौजूदा सांसद गिरिराज सिंह को यहां से टिकट नहीं मिलना है। इस सीट पर मुख्य एनडीए और विपक्षी महागठबंधन के बीच है।
नवादा में दो बाहुबलियों के बीच कड़ी टक्कर है। चंदन कुमार जहां बाहुबली सूरजभान सिंह के भाई हैं, वहीं विभा देवी राजद से निलंबित विधायक राजबल्लभ यादव की पत्नी हैं। बता दें कि राजबल्लभ एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के मामले में सजा काट रहे हैं। इस सीट पर किसकी बादशाहत होगी-इसे तय करने के लिए आज सुबह सात बजे से मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं।
बता दें कि नवादा सीट इस बार राजग के घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के हिस्से चली गई है और इसी वजह से मौजूदा सांसद गिरिराज सिंह को भाजपा ने यहां से उम्मीदवार नहीं बनाया है। सिंह ने इसे लेकर काफी नाराजगी भी जताई थी।
10 वर्षों से इस सीट पर रहा है भाजपा का कब्जा
नवादा लोकसभा सीट के परिणाम यहां के जातीय समीकरण से तय होते रहे हैं। पिछले 10 वर्षो से इस सीट पर भाजपा का कब्जा रहा है।
2014 में गिरिराज सिंह को मिली थी जीत
पिछले लोकसभा चुनाव में भूमिहार बहुल इस सीट से भाजपा के गिरिराज सिंह विजयी हुए थे और उन्होंने राजद के राजबल्लभ यादव को हराया था। गिरिराज सिंह को जहां 3,90,248 मत मिले थे, वहीं राजबल्लभ यादव को 2,50,091 मतों से संतोष करना पड़ा था। जद (यू) के कौशल यादव 1,68,217 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।
इस बार इस सीट से 13 प्रत्याशी हैं मैदान में
इस बार नवादा संसदीय से कुल 13 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला दोनों गठबंधनों के बीच है।नवादा लोकसभा सीट के तहत आने वाली हिसुआ, वारसलीगंज विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है, जबकि रजौली और नवादा पर राजद और गोविंदपुर व बरबीघा विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है।
Input : Dainik Jagran