नियमित शिक्षकों के अनुसार नियोजित शिक्षकों को वेतनमान एवं सेवाशर्त लागू करने सहित सात सूत्री मांगों को लेकर शिक्षकों बहिष्कार कर दिया है। इस दौरान शिक्षकों का 18 संगठन पटना पहुंच गया है। विधानसभा घेराव के दौरान शिक्षकों की पुलिस से झड़प हो गई है। गर्दनीबाग से विधानसभा का घेराव करने निकले शिक्षकों को पुलिस ने महिला थाने के पास रोक लिया।
इस दौरान बैरिकेड तोड़ने की कोशिश कर रहे नियोजित शिक्षकों पर पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया। कुछ देर बाद बवाल ज्यादा बढ़ते देख पुलिस उग्र हो गई। प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने के कारण पुलिस ने शिक्षकों पर जमकर लाठी बरसाई। इस दौरान कई लोगों को चोटें आई हैं। हजारों की संख्या में आए शिक्षकों के हंगामे के कारण काफी देर तक अफरातफरी मची रही। मौका पाकर शिक्षकों ने भी पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इसमें कुछ पुलिसकर्मी भी चोटहिल हुए हैं।
प्रदर्शन कर रहे पांच शिक्षकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जिसपर शिक्षक और भी उग्र हो गए। हंगामें को देखते हुए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। हंगामे के दौरान गर्दनीबाग की ओर से आने-जाने वाली गाड़ियों भी काफी देर तक फंसी रहीं। पहली बार सभी 18 संगठनों के शिक्षक एकजुट होकर सरकार के खिलाफ ये प्रदर्शन किया।
बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के महासचिव मंडल के सदस्य अमित विक्रम ने बताया कि पूरे राज्य के सभी सरकारी विद्यालय में नियोजित शिक्षक धरने में शामिल हुए हैं। आंदोलन को प्राथमिक शिक्षक संघ, प्राथमिक शिक्षक संघ गोप गुट, अराजपत्रित शिक्षक संघ, बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ, बिहार राज्य पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ, टीईटी शिक्षक संघ, टीईटी-एसटीईटी शिक्षक संघ, टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ सहित कुल 18 शिक्षक संघों ने गुरुवार को बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले समर्थन दिया है। इस दौरान हजारों शिक्षक पटना में हैं।
Input : Dainik Jagran