बिहार में नल-जल योजना (Bihar Jal Nal Yojna) को सीएम नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाता है लेकिन इसकी गुणवत्ता को लेकर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं. बिहार में जारी इस योजना के तहत होने वाले काम को लेकर सरकार एक बार फिर से घेरे में है क्योंकि खगड़िया (Khagaria) में जो कुछ हुआ वो इस योजना में मची सरकारी लूट को बखूबी बयान करता है.
खगड़िया का है मामला
खगड़िया के गोगरी प्रखंड के शेरचकला पंचायत के वार्ड संख्या 9 के गांधीनगर में हर घर जल नल योजना के तहत बना जल मीनार उदघाटन से पहले ही धराशाई हो गया. मीनार पर टंकी रखकर उसमें पानी आपूर्ति की जा रही थी. पानी की टंकी जैसे ही आधा भरा था कि दोनों टंकी टूट कर जमीन पर धराशाई हो गई. गांधीनगर के वार्ड में 48 लाख की लागत से नल जल योजना के तहत कार्य करवाए जा रहे हैं. गांधीनगर गांव के ग्रामीण राजेश का कहना है कि गांव में बन रहे जल मीनार को लेकर कई बार अधिकारियों से गुणवत्ता को लेकर शिकायत की गई थी बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई और जैसे ही उद्घाटन से पहले टंकी में पानी भरकर चेक किया जा रहा था उसी समय दो टंकी फटकर नीचे गिर गई.
डीएम ने दिये जांच कर कार्रवाई के निर्देश
जलमीनार के उपर रखे पानी के टंकी टूटने का मामला खगड़िया डीएम आलोक रंजन घोष के संज्ञान में आने के बाद डीएम ने गोगरी बीडीओ अजय कुमार को पूरी जांच का जिम्मा सौंपा. गवरी बीडीओ ने पूरे मामले की जांच कर संवेदक पर जहां प्राथमिकी दर्ज करवाई है वही संबंधित बिभाग के कर्मचारी पर भी कार्रवाई का आदेश दिया है.
बेलदौर में भी पानी भरने के दौरान लीक हुई थी टंकी
बेलदौर प्रखंड के खर्राबासा में भी दो सप्ताह पूर्व जब हर घर नल के जल योजना के तहत कार्य पूर्ण कर जलापूर्ति की शुरूआत की जा रही थी इसी दौरान टंकी आधा भरते है लीक कर गई थी और पानी धीरे-धीरे गिरने लगा, जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने विभाग के अधिकारी को शिकायत की थी. इसके बाद टंकी को बदला गया था.
Input: News18