देश और राज्यस्तर पर चर्चित सुपर-30 के संस्थापक सह गणितज्ञ आनंद कुमार ने कहा है कि कठिन परिश्रम के साथ इरादे अच्छे हों तो जीवन में निश्चित रूप से सफलता मिलती है। गरीबी से निकलने और विकास के लिए बच्चों को शिक्षित बनाना जरूरी है। शिक्षा ही एक ऐसा साधन है,जिसके जरिए सबकुछ हासिल किया जा सकता है। बच्चों को शिक्षित कर राज्य व देश के गरीब परिवार के लोगों की स्थिति में व्यापक सुधार किया जा सकता है। साथ ही राज्य और देश को विकसित बनाया जा सकता है।
वे रविवार को मुख्य अतिथि के रूप में नगर के मड़ई रोड स्थित डॉ.बी झा मृणाल कैम्पस में एक स्कूल का उद्धाटन करने के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गरीब बच्चों को पढ़ाने का सिलसिला जारी रखते हुए सुपर-30 का और विस्तार किया जाएगा। हाजीपुर में भी पटना की तरह सुपर-30 शुरू होगा। इसी सत्र से इस स्कूल में सुपर-30 की परीक्षा ली जाएगी। उन्होंने कहा कि स्कूल का मुख्य उद्धेश्य पैसा कमाना नहीं बच्चों को शिक्षित कर भविष्य निर्माण होना चाहिए। इस स्कूल को इसी पैटर्न पर चलने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि कई देशों में बुलावे पर जाने में जितनी खुशी नहीं मिली थी,उससे अधिक आज हाजीपुर में आने पर मिली है।
समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में केमिस्ट्री के ए.रहमान,आईसीआर के पूर्व डॉयरेक्टर व मखाना मैन डॉ. जर्नादन,आईएसएस अधिकारी मनीष कुमार,बिहार के वरिष्ठ सीआईएसएस अधिकारी मनीष कुमार, हाजीपुर के विधायक अवधेश सिंह ,वरिष्ठ सीए सीएस प्रसाद,राज नारायण कॉलेज के प्रो.एम एन दास,डॉ.बलिराम राय,एसएनएस कॉलेज के डा. सत्येन्द्र कुमार, डॉ.ओम प्रकाश चौरसिया,डॉ.सुचिता चौधरी,डॉ.एनके सिंह,आईएमए के सचिव डॉ.मधुसूदन सिंह,डॉ.विनोद कुमार,डॉ राजेश कुमार,भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं अधिवक्ता उमेश प्रसाद शाही,रेल यात्री सुख-सुविधा के सदस्य डॉ.अजीत कुमार आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। अंत में स्कूल के प्राचार्य आर. मैथ्यू ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
Input : Hindustan