दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन इलाके के मरकज मस्जिद द्वारा आयोजित तबलीगी जमात से लौटे 10 लोगों की कोरोनावायरस के कारण मौत हो गई है. सबसे ज्यादा छह मौतें तेलंगाना में हुई है. वहीं इस आयोजन में शामिल हुए 300 लोगों में कोरोना के संदिग्ध लक्षण पाये गये हैं. कहा जा रहा है कि आयोजन के दौरान ही इनमें कोरोना के शुरूआती लक्षण दिखे थे. ठीक इसी प्रकार का मामला बिहार की राजधानी पटना में भी आया था. करीब एक हफ्ते पहले ही पटना के कुर्जी इलाके में ऐसे ही एक मामले ने लोगों को परेशानी में डाल दिया था.

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले राजधानी पटना के कुर्जी इलाके में स्थित एक मस्जिद से पुलिस ने कुछ दिनों पहले 10 विदेशी धार्मिक उपदेशकों को हिरासत में लिया था. इसके अलावा अन्य दो भारतीयों को भी हिरासत में लिया गया था. कोरोना वायरस संबंधी जांच के लिए उन्हें एम्स भेजा गया था. हालांकि रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था. इनमें किर्गिज़स्तान से आए 10 धार्मिक उपदेशक और उत्तर प्रदेश निवासी दो लोग शामिल थे.

गौरतलब है कि पटना के कुर्जी मुहल्ला स्थित एक मस्जिद से हिरासत में लिए गए 10 विदेशी धार्मिक उपदेशकों की जांच में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए जाने पर पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया था. पुलिस के अनुसार स्थानीय लोगों की शिकायत पर इन लोगों को जांच के लिए पटना एम्स भेजा गया था पर उनमें कोरोना वायरस का लक्षण नहीं पाए जाने पर उन्हें छोड़ दिया गया था. किर्गीस्तान निवासी ये सभी लोग गत 26 जनवरी को ही नई दिल्ली आए थे और पटना के पीरबहोर और फुलवारीशरीफ इलाके में धार्मिक उपदेश देने के बाद कुर्जी मस्जिद पहुंचे थे.

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