एलोवीरा की खेती से रोजगार देने का झांसा देकर ग्रामीणों से करोड़ों रुपए ऐंठने के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी महिला समेत चार फरार हैं। मामला बलौदाबाजार जिले के टुण्डरी गांव का है। बिलाईगढ़ थाने में पहुंचे टुंडरी के करीब दो सौ ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि उनके ही गांव में रहने वाली महिला लीलाबाई वर्मा ने एलोवीरा की खेती करने और उसमें रोजगार देने की झांसा देकर करोड़ों रुपए ठग लिए।
लीलाबाई ने ग्रामीणों से पैसा जमा कराया था। तब उसने कहा था कि जो जितना पैसा जमा करेगा, उसका हर महीने पांच प्रतिशत ब्याज भी मिलेगा। शुरुआत में ग्रामीणों को बाकायदा 5 प्रतिशत ब्याज हर महीने मिलने लगा। इसको देखकर अन्य ग्रामीणों ने बैंक से लोन लेकर लीला बाई को पैसे दिए। ग्रामीणों ने लीलाबाई को जो पैसा दिए, उसके बदले में उसके बेटे के नाम पर स्टांप पर लिखा-पढ़ी करवा ली।
लीलाबाई चूंकि गांव की महिला थी, इसलिए लोगों ने उस पर भरोसा कर लिया। लेकिन जब लीलाबाई और उसके परिवार का भांडा फूटा तब तक बहुत देर हो चुकी थी। लीला बाई और उसका पूरा परिवार घर में ताला जड़कर फरार हो चुके थे। इन्होंने लगभग 200 ग्रामीणों से करीब 8 करोड़ रुपए ठगे हैं। पीड़ितों ने लीलाबाई और उसके परिवार के छह लोगों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर लीलाबाई के पति उमेंद्र सिंह और भाई अनिल कुम्भज को हिरासत में लिया है लीला, उसका बेटा अरूण और 2 अन्य फरार हैं।
ये बनाए गए आरोपी : बिलाईगढ़ थाना प्रभारी महेश कुमार ध्रुव ने बताया कि आरोपी अरुण वर्मा पिता उमेंद्र वर्मा, लीलाबाई वर्मा पिता उपेंद्र वर्मा, उपेंद्र वर्मा पिता शिव चरण वर्मा सभी बिलाईगढ़, अनिल कुम्भज पिता कृष्णलाल ग्राम ससहा थाना पामगढ़ जिला जांजगीर चांपा हाल मुकाम खमतराई रोड शिवम बिलासपुर, उमा वर्मा, हरसुल जाधव आरोपी बनाए गए हैं।