लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) में आज बड़ी टूट हुई है. केशव सिंह की अगुवाई में 208 एलजेपी नेताओं ने जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) का दामन थाम लिया. इस टूट पर एलजेपी ने कहा कि जेडीयू को बिहार बिहारी फ़र्स्ट मुहिम के ग़द्दार मुबारक हो, हमारी पार्टी समुद्र मंथन के दौर में है और एलजेपी से निकाले गए लोग अब जेडीयू में चले गए.
एलजेपी की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘बीते बिहार विधान सभा चुनाव 2020 में लोक जनशक्ति पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने का फ़ैसला लिया और यह सभी कमजोर और ग़द्दार नेता भाग खड़े हुए, इन ग़द्दार नेताओं ने बिहार फ़र्स्ट बिहारी फ़र्स्ट से ग़द्दारी कर बीते चुनाव में जेडीयू के प्रत्याशीयों का साथ दिया, लेकिन जनता ने जेडीयू को सबक़ सिखाया.
एलजेपी ने कहा, ‘इन ग़द्दारों के जेडीयू में जाने से अब यह तय हो गया है की अब जेडीयू जल्द ख़त्म होगी क्योंकि यह लोग जहां भी जाते हैं, वहां ग़द्दारी करते हैं, जेडीयू को ग़द्दार मुबारक, लोजपा की कमान चिराग पासवान के मज़बूत कंधो पर है, बिहार और बिहारी को फ़र्स्ट बनाने के लिए सत्ता को लात मारने वाले शेर का नाम चिराग पासवान है.’
एलजेपी ने कहा, ’24 लाख वोट मतदाताओं ने बिहार फर्स्ट को अपनाया है, बिहार के ग़द्दारों को बिहारी माफ़ नहीं करेगा, आगे सबक़ सिखाएंगे, लोक जनशक्ति पार्टी में बिहार के सपूतों का स्थान है, ग़द्दारों का नहीं, बिहार फ़र्स्ट के नारे के साथ ही पार्टी पूरे बिहार में कार्यक्रम करेगी.’
वहीं, जेडीयू में शामिल हुए केशव सिंह ने कहा कि चिराग पासवान अहंकार में पार्टी चला रहे हैं. वह ना अपनी पार्टी के सांसद ना तो विधायकों को दर्जी देते हैं. चिराग पार्टी के किसी नेता से सलाह मशवरा भी नहीं करते हैं. चिराग अकेले पार्टी को चला रहे हैं. चिराग दलाल और गहरे राजनीतिक लोगों के मशवरा पर पार्टी चला रहे हैं.
Input: Aaj Tak