केंद्रीय खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने मंगलवार को प्याज की ताजा स्थिति पर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अभी तक करीब 18,000 टन प्याज आयात किया जा चुका है. लेकिन सभी प्रयासों के बावजूद सिर्फ 2000 टन प्याज की बिक्री हो पाई. रामविलास पासवान ने कहा कि मौजूदा समय में मोदी सरकार सभी को 22 रुपये प्रति किलो के भाव पर प्याज उपलब्ध करा रही है.

सरकार प्याज के दामों आए उछाल को लगातार कम करने की कोशिश कर रही है. नई फसल न आने की वजह से देश में प्याज की कीमतें बेलगाम हो रही हैं. प्याज के दामों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है, जिसका असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है. प्याज की आसमान छूती कीमतों को कम करने की सरकार लगातार कोशिश कर रही है.

इससे पहले 7 जनवरी को केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने कहा था कि केंद्र सरकार ने आयातित प्याज 49-58 रुपये प्रति किलो की दर से राज्यों को उपलब्ध कराने का फैसला लिया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि 12,000 टन प्याज विदेशों से आ चुका है जो राज्यों के बीच वितरण के लिए तैयार है. उधर, प्याज का दाम घटने के बाद राज्य आयातित प्याज खरीदने से पीछे हटने लगे हैं. राज्यों की ओर से पहले 33,139 टन प्याज की मांग की गई थी जो बाद में घटकर 14,309 टन रह गई है.

अब तक 12,00 टन प्याज आयातित

केंद्रीय मंत्री ने दावा किया था कि केंद्र सरकार ने आयातित प्याज की आयात लागत के आधार पर ही तय किया है. मतलब लैंडिग रेट पर ही राज्यों को प्याज मुहैया करवाया जाएगा जोकि 49-58 रुपये प्रति किलो के दायरे में आता है. केंद्र सरकार ने एक लाख टन प्याज आयात करने का फैसला लिया था जिनमें बताया कि 40,000 टन सौदे पहले ही हो चुके हैं जो जनवरी के आखिर तक देश में आ जाएगा. अब तक देश में 12,000 टन आयातित प्याज आ चुका है.

स्वाद पर काम नहीं कर सकती सरकार

विदेशी प्याज में देसी प्याज जैसा जायका नहीं होने के कारण मांग कम होने को लेकर उठे सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि प्याज के स्वाद को लेकर सरकार क्या कर सकती है. सरकारी एजेंसी को जहां जैसा प्याज मिला, उसने वसा लाने का प्रयास किया. असम, महाराष्ट्र, हरियाणा और ओडिशा ने शुरुआत में क्रमश: 10,000 टन, 3,480 टन, 3,000 टन और 100 टन प्याज की मांग की थी, लेकिन संशोधित मांग में इन राज्यों ने आयातित प्याज खरीदने से मना कर दिया था.

प्याज खरीदने के लिए राज्यों से की गई अपील

उपभोक्ता मामले मंत्रालय में सचिव अविनाश श्रीवास्तव ने हाल ही राज्य सरकारों से आयातित प्याज खरीदकर राज्यों में बंटवाने का आग्रह किया था जिससे वहां प्याज की उपलब्धता बढ़े और कीमत काबू में आए. उन्होंने कहा था कि दिसंबर के बाद से प्याज की कीमतों में कमी आनी शुरू हुई जिसके चलते राज्यों की मांग घट गई. देश की राजधानी दिल्ली में खुदरा प्याज अभी भी 50-80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. दिल्ली की आजादपुर मंडी में मंगलवार को प्याज का थोक भाव 15-57.50 रुपये किलो था, जबकि आवक 1,512.4 टन थी.

Input : Aaj Tak

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