कोलकाता में मौजूद चित्तरंजन राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के दूसरे परिसर का वीडियो कांफ्रेंस के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया. उन्होंने इस दौरान कहा कि ये उपलब्धि भारत के 130 करोड़ लोगों के सामर्थ्य का प्रतीक है. इस अवसर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी वहां मौजूद थी. कार्यक्रम में मौजूद ममता बनर्जी उद्घाटन समारोह से नाराज नजर आईं.
PM Modi went to inaugurate Hospital campus in Kolkata virtually
Mamta Didi welcomed him and said we have already inaugurated that Hospital last year.
Lol 😂😂 pic.twitter.com/BH2R8IJpoG
— Adv. Sameena Kousar (@AdvSameenaINC) January 7, 2022
आधिकारिक समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुखातिब होते हुए ममता बनर्जी ने घोषणा की कि जिस परियोजना का पीएम मोदी उद्घाटन कर रहे हैं, उसका उद्घाटन राज्य सरकार बहुत पहले ही कर चुकी है. जब ममता बनर्जी ने ये कहा उस वक्त पीएम मोदी ऑनलाइन कोलकाता में चित्तरंजन राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के दूसरे परिसर के उद्घाटन समारोह में हिस्सा ले रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री की वजह से कार्यक्रम में आई हूं, क्योंकि प्रधानमंत्री जी इस परियोजना का वस्तुतः उद्घाटन कर रहे हैं.
जब कोविड शुरू हुआ और हमें एक कोविड केंद्र की आवश्यकता थी, तो मैं एक दिन चित्तरंजन अस्पताल के दूसरे राजारहाट परिसर पहुंची, तब हमने इसका उद्घाटन किया था. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 71 प्रतिशत का भुगतान कर रही है. हमने कैंपस को बनाने के लिए 11 एकड़ जमीन भी दी है. इसलिए केंद्र और राज्य को मिलकर जनहित के लिए काम करना चाहिए. प्रधान मंत्री कार्यालय ने आभासी समारोह में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी की भागीदारी भी सुनिश्चित की थी. उन्होंने कहा कि मेरे पास स्वास्थ्य मंत्री का दो बार फोन आया तो मैंने सोचा कि प्रधानमंत्री इसमें शामिल हो रहे हैं तो मुझे भी कार्यक्रम में शिरकत करनी चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत ने अपने नागरिकों को महामारी रोधी टीके की 150 करोड़ खुराक देकर एक ‘‘ऐतिहासिक मुकाम’’ हासिल किया है और दुनिया के ज्यादातर बड़े-बड़े देशों के लिए भी यह किसी आश्चर्य से कम नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि इस परिसर का निर्माण 530 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है. इसमें केंद्र सरकार ने करीब 400 करोड़ रुपये दिए हैं जबकि शेष राशि पश्चिम बंगाल सरकार ने खर्च की. सीएनसीआई पर कैंसर मरीजों का भारी बोझ था और पिछले कुछ समय से इसके विस्तार की जरूरत महसूस की जा रही थी. सीएनसीआई के नये परिसर के बन जाने से उसपर पड़ने वाला बोझ कम होगा.
नए परिसर में 460 बिस्तरों वाला व्यापक कैंसर यूनिट होगा जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. यह परिसर कैंसर अनुसंधान के एक अत्याधुनिक केंद्र के रूप में भी काम करेगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि अस्पताल के नए परिसर के उद्घाटन से, ‘‘ देश के हर नागरिक तक उत्तम स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के संकल्पों को आगे बढ़ाने की दिशा में हमने एक और कदम बढ़ाया है. यह परिसर पश्चिम बंगाल के अनेक नागरिकों के लिए सुविधा लेकर आया है. इससे विशेष रूप से उन गरीब, मध्यमवर्ग परिवारों को बहुत राहत मिलेगी, जिनका कोई अपना कैंसर से मुकाबला कर रहा है.’’