पीएम नरेंद्र मोदी ने लोगों को सचेत करते हुए ट्वीट कर कहा कि मेरे ध्यान में लाया गया है कि कुछ लोग यह मुहिम चला रहे हैं कि 5 मिनट खड़े रहकर मोदी को सम्मानित किया जाए। पहली नजर में तो यह मोदी को विवादों में घसीटने की कोई खुराफात लगती है।
उन्होंने ट्वीट कर आगे कहा कि हो सकता है कि यह किसी की सदिच्छा हो, तो भी मेरा आग्रह है कि यदि सचमुच में आपके मन में इतना प्यार है और मोदी को सम्मानित ही करना है तो एक गरीब परिवार की जिम्मेदारी कम से कम तब तक उठाइए, जब तक कोरोना वायरस का संकट है। मेरे लिए इससे बड़ा सम्मान कोई हो ही नहीं सकता।
मेरे ध्यान में लाया गया है कि कुछ लोग यह मुहिम चला रहे हैं कि 5 मिनट खड़े रहकर मोदी को सम्मानित किया जाए। पहली नजर में तो यह मोदी को विवादों में घसीटने की कोई खुराफात लगती है।
— Narendra Modi (@narendramodi) April 8, 2020
गौरतलब है कि लॉकडाउन में लोगों को भ्रमित करने के लिए फेक न्यूज के जरिए अफवाहें फैलाई जा रही हैं। इसमें एक अफवाह यह भी है, जिसके तहत लोगों को पीएम मोदी के सम्मान में पांच मिनट खड़ा होने के लिए कहा जा रहा है। इस अफवाह का दुरुपयोग भी किया जा सकता है।
पीएम मोदी की भूमिका की प्रशंसा
पीएम मोदी की कोरेाना वायरस को निपटने और लॉकडाउन लागू करने को लेकर स्थानीय स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर की भूमिका लेकर प्रशंसा की जा रही है। वह कोरोना को लेकर रोजाना दो से अधिक लोगों से बात करते हैं।
आज ही ब्राजील के राष्ट्रपति बोल्सानारो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए उनकी तुलना भगवान हनुमान से की और भेजी गई दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को संजीवनी बूटी बताया। वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी भारत की तरफ से भेजी गई मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन मिलने के बाद प्रधानमंत्री को ‘महान’ कहा है।
पीएम मोदी की इस भूमिका से देश के कई लोग अति उत्साहित हो जाते हैं। देश में जिस तरह कोरोना वायरस का विस्तार हो रहा है और पूरे देश में लॉकडाउन लागू है, ऐसे समय में यह कार्य करना कोरोना वायरस को लेकर लिए गए फैसलों में बाधा डाल सकता है। ऐसे समय में घर में रहना, हाथ साफ करना, सामाजिक दूरी बनाए रखना और किसी गरीब को भोजन कराना ही राष्ट्र सेवा हो सकता है।
Input : Dainik Jagran