विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर कक्षाओं में सत्र 2018-19 में नामांकन का पहला दौर सोमवार को खत्म होने के बाद एकबार फिर तिथि में विस्तार दे दिया गया। नामांकन में धांधली की शिकायतों के साथ भारी गड़बड़ी सामने आने के चलते तिथि आगे बढ़ानी पड़ी है। हालांकि, विवि के अधिकारी ऐसी बातों से साफ इन्कार करते हैं। रजिस्ट्रार कर्नल अजय कुमार राय ने मीडिया को जारी विज्ञप्ति में कहा है कि प्रभारी कुलपति प्रो. राजेश सिंह के आदेशानुसार, नामांकन की मियाद 27 जुलाई तक बढ़ा दी गई है। बहरहाल, काउंसिलिंग के जैसे ही नामांकन में भी कई तरह की शिकायतें सामने आई हैं। एक तो मेरिट लिस्ट के हिसाब से नामांकन नहीं लिया गया है। दूसरे कुछ लड़कों का नामांकन लड़कियों के कॉलेज में कर दिया गया। अर्थशास्त्र विभाग की तरह इतिहास विभाग में भी ऐसी शिकायत सामने आई है। मेरिट में कम अंक वालों को अच्छे कॉलेज मिल गए। कई विभागों में मनमाने तरीके से नामांकन लेकर सीटें भर दी गईं तो अधिकतर में सीटें रिक्त रह गईं हैं। नामांकन का दौर खत्म होने के बाद देरशाम तक यह तय नहीं हो पाया था कि विश्वविद्यालय ने अब तक कितने छात्र-छात्रओं का नामांकन कर लिया है। उधर, छात्र-छात्रएं इस असमंजस में रह गए कि दूसरी काउंसिलिंग होगी भी या नहीं? जो कोई विद्यार्थी इस दौर के नामांकन से किन्हीं कारणवश वंचित रह गया है उसे दोबारा मौका मिलेगा भी या नहीं इस बात की सटीक जानकारी भी किसी स्तर पर नहीं दी गई। बहरहाल, काउंसिलिंग की तरह ही नामांकन की व्यवस्था भी चौपट नजर आ रही। काफी अफरातफरी का माहौल है। इस आपाधापी में दूर-दराज से आए बड़ी संख्या में छात्र-छात्रएं विवि से वापस लौट रहे हैं।

24 विषयों में कुल 5336 सीटों के लिए नौ जुलाई से काउंसिलिंग

लड़कियों के कॉलेज में कर दिया लड़कों का नामांकन

अभी तक हो पाए नामांकन

विषय        नामांकन

अर्थशास्त्र  102

इतिहास  75

अंग्रेजी  59

गणित  80

राजनीति विज्ञान  4

Input : Dainik Jagran

 

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