केंद्रीय राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने ईंधन की कीमत को ज्यादा नहीं बताते हुए कहा कि इसमें लगाया गया टैक्स भी शामिल है. इतना ही नहीं, उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए केंद्र की ओर से जो मुफ्त वैक्सीन लगाई जा रही है, उसका पैसा इसी टैक्स से आया है.
Fuel prices aren't high but include the tax levied. You must've taken a free vaccine, where will the money come from? You haven't paid the money, this is how it was collected: Union MoS (Petroleum & Natural Gas) Rameswar Teli in Assam on Oct 9 pic.twitter.com/uZZCpXdUCj
— ANI (@ANI) October 11, 2021
असम दौरे पर आए केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री ने रविवार को कहा, “ईंधन की कीमतें अधिक नहीं हैं, लेकिन इसमें लगाया गया टैक्स शामिल है. फ्री वैक्सीन तो आपने ली होगी, पैसा कहां से आएगा? आपने पैसे का भुगतान नहीं किया है, इस तरह टैक्स से इसे एकत्र किया गया था.”
केरल कर्नाटक में कीमतें 100 रुपये के पार
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती के साथ देश में ईंधन की कीमतों में एक बार फिर से बढ़ोतरी के कारण सोमवार को केरल और कर्नाटक में डीजल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के पार चली गई. सरकारी खुदरा ईंधन विक्रेताओं की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, पेट्रोल की कीमत में 30 पैसे प्रति लीटर और डीजल में 35 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई.
लगातार सातवें दिन की गयी मूल्य वृद्धि से ईंधन की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गईं. अधिसूचना के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 104.44 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 110.41 रुपये प्रति लीटर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. मुंबई में, डीजल अब 101.03 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है, जबकि दिल्ली में इसकी कीमत 93.17 रुपये है.
जहां देश के अधिकांश हिस्सों में पेट्रोल की कीमत पहले से ही 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर है, अब डीजल की दरें भी कई राज्यों में उस स्तर को पार कर गई हैं. केरल और कर्नाटक इस कड़ी में जुड़ने वाले नये राज्य हैं. केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में डीजल की कीमत 100.15 रुपये प्रति लीटर हो गई है.
वहीं शिमोगा और दावणगेरे सहित कर्नाटक के कुछ शहरों में भी सोमवार को यह स्तर देखा गया. हालांकि बेंगलुरु में इस समय डीजल 98.85 रुपये प्रति लीटर पर मिल रहा है. केरल और कर्नाटक के अलावा, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार और लेह में डीजल ने 100 रुपये प्रति लीटर का आंकड़ा पार कर लिया है.
राज्यों में स्थानीय कर की अलग-अलग दर के हिसाब से ईंधन की कीमतें अलग-अलग होती हैं. तेल कंपनियों ने कीमतों में नरम बदलाव की नीति छोड़ते हुए छह अक्टूबर से ज्यादा मूल्य वृद्धि करनी शुरू कर दी है. लगातार छह दिन से पेट्रोल के दाम 30 पैसे प्रति लीटर बढ़ रहे हैं. वहीं डीजल की कीमतों में 35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो रही है.
इसकी वजह है कि ओपेक प्लस ने उत्पादन में चार लाख बैरल प्रतिदिन से अधिक की बढ़ोतरी नहीं करने का फैसला किया है. इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रेंट कच्चा तेल 82 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया है. एक महीने पहले ब्रेंट कच्चे तेल का दाम 72 डॉलर प्रति बैरल था. शुद्ध आयातक होने की वजह से भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत अंतरराष्ट्रीय दरों के अनुरूप होती है.
(इनपुट भाषा से भी)
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