हाथ में कलम के बदले तराजू पकड़े हैं। किताब की जगह आलू, प्याज, टमाटर का मोल भाव सीख रहे हैं। जी हां, लॉकडाउन ने मुजफ्फरपुर के सरकारी स्कूलों के कई गरीब बच्चों को किताबों से दूर कर दिया है।
https://twitter.com/way2faiz/status/1251104008812388352?s=19
चेहरे पर मायूसी लिये ये बच्चे इन दिनों सुबह से शाम तक सब्जी बेचते हैं। इससे तीन से चार सौ रुपये की कमाई हो जाती है, ताकि इनका घर चल सके। यह हाल कोई एक नहीं बल्कि शहर के ज्यादातर इलाके में आजकल दिख जाता है। ये बच्चे कहीं ठेला चलाते या फिर कहीं बैठ कर सब्जी बेचते नजर आ जायेंगे।