प्याज की बढ़ती कीमत ते एक बार फिर लोगों के आंसू निकाल दिए हैं। सप्लाई की कमी की वजह से सरकार वेंड्स और वैन में सस्ते प्याज की बिक्री बंद हो गई है। वहीं रीटेल में इसके दाम आसमान छुने लगे हैं। कारोबारियों को उम्मीद थी कि अफगानिस्तान से प्याज की खेप आने से राहत मिलेगी लेकिन फगानिस्तान से आने वाले प्याज की क्वालिटी खराब होने के कारण व्यापारी इसे खरीदने से परहेज कर रहे हैं।
दिल्ली में 100 रुपए पहुंचे प्याज के दाम
दिल्ली की लोकल सब्जी मंडियों में प्याज 100 रुपए बिक रहा है। दुकानदारों का कहना है कि पहले वे एक दिन में 30-50 किलो प्याज बेच देते थे। आज उन्हें 10 किलो प्याज भी बेचना मुश्किल हो गया है। पिछले तीन दिनों में प्याज की कीमत में 20 से 30 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। प्याज व्यापारियों की मानें तो 15 दिसंबर से पहले प्याज की कीमतों में कमी आने की कोई संभावना नहीं है। दिल्ली में रोज 1500-2000 टन प्याज की आवक हो रही है। केन्द्र सरकार ने बुधवार को देशभर में ट्रेडर्स के लिए प्याज की स्टॉक लिमिट से जुड़े प्रतिबंध की अवधि अनिश्चित काल तक बढ़ाने का निर्णय किया।
वहीं फूड ऐंड कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्टर रामविलास पासवान ने यह बताने में असमर्थता जताई कि प्याज के दाम कब तक सामान्य होंगे। उन्होंने कहा, ‘यह हमारे हाथ में नहीं है। सरकार अधिकतम प्रयास कर रही है, लेकिन कुदरत से कौन जीत सकता है।’ उन्होंने कहा, ‘रीटेलर्स और होलसेलर्स के लिए स्टॉक होल्डिंग लिमिट अगले आदेश तक बढ़ाई जा रही है।’ यह लिमिट सितंबर में लगाई गई थी। अभी रीटेलर 100 क्विंटल तक और होलसेलर 500 क्विंटल तक प्याज रख सकते हैं।
कोलकाता और महाराष्ट्र में भी 100 रुपए प्रति किलो पहुंचा प्याज, महाराष्ट्र की मंडियों में ही प्याज की सप्लाई का संकट बड़ा होता जा रहा है। पुणे में बुधवार को राज्य की कई मंडियों में थोक रेट 70 रुपए के ऊपर चला गया, जबकि रीटेल कीमतें 110 रुपए किलो तक दर्ज की गईं।वहीं, कोलकाता में भी प्याज का दाम 100 रुपए किलो पहुंच गया है।
Input : Money Bhaskar