मलप्पुरम. केरल के पलक्कड जिले के साइलेंट वैली फॉरेस्ट में एक प्रेग्नेंट हथिनी (Pregnant Elephant) को पटाखे से भरा अनानास खिलाने की घटना पर केंद्र सरकार ने संज्ञान लिया है. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने केरल सरकार से इस मामले में डिटेल रिपोर्ट मांगी है. वहीं, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने हथिनी की मौत के मामले में जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है. पटाखे खा लेने की वजह से हथिनी के मुंह और पेट में चोटें आईं थीं और तीन दिन बाद इसकी मौत हो गई थी. घटना को लेकर लोगों में जबरदस्त आक्रोश है.

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि पलक्कड जिले के मन्नारकड़ वन मंडल में हथिनी की मौत मामले में प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है. इसके साथ ही पुलिस को घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. इस मामले की जांच वन्यजीव अपराध जांच दल की एक टीम को सौंपी गई है.

विराट कोहली, रतन टाटा सहित कई लोगों जताया दुख

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली, टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा, भारतीय जनता पार्टी के सांसद बाबुल सुप्रियो सहित कई लोगों ने केरल में गर्भवती हथिनी की मौत पर अपना गुस्सा और अफसोस जाहिर किया है. कोहली ने ट्वीट कर इस घटना की कड़ी निंदा की और कहा कि केरल में जो कुछ हुआ उसके बारे में सुनकर बहुत आहत हूं. रतन टाटा ने ट्विट किया, ‘इस घटना से मैं काफी हैरान और स्तब्ध हूं, बेगुनाह जानवरों के साथ ऐसे आपराधिक काम इंसानों की हत्या से अलग नहीं हैं.’

भारतीय जनता पार्टी के सांसद बाबुल सुप्रियो ने भी इस घटना पर चिंता जाहिर कर कहा, ‘हमने इस घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है और खुद एक एनिमल लवर होने के नाते दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित कराऊंगा.’

खाने की तलाश में जंगल से पास के गांव में आ गई थी

दरअसल, ये गर्भवती हथिनी खाने की तलाश में भटकते हुए 25 मई को जंगल से पास के गांव में आ गई थी. गर्भवती होने के कारण उसे अपने बच्चे के लिए खाने की जरूरत थी, उसी समय कुछ लोगों ने उसे अनानास खिला दिया. खाते ही उसके मुंह में विस्फोट हुआ, जिस कारण उसका जबड़ा बुरी तरह से फट गया और उसके दांत भी टूट गए.

दर्द से तड़प रही हथिनी को जब कुछ समझ नहीं आया, तो वह वेलियार नदी में जा खड़ी हुई. अपने दर्द को कम करने के लिए वह पूरे समय बस बार-बार पानी पीती रही.

तीन दिन खड़ी रही नदी में

हथिनी का दर्द इतना था कि वह तीन दिन तक नदी में सूंढ़ डालकर खड़ी रही. आखिर वह जिंदगी की जंग हार ही गई और उसकी मौत हो गई. वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार इसकी उम्र 14-15 साल थी.

अधिकारियों ने बताया कि समय पर उस तक मदद नहीं पहुंचाई जा सकी. हथिनी की जानकारी मिलने पर वन विभाग के कर्मचारी उसे रेस्क्यू करने पहुंचे. लेकिन वो पानी से बाहर नहीं आई और शनिवार को उसकी मौत हो गई.

Input : News18

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