पटना. बिहार लोक सेवा आयोग यानी बीपीएससी (BPSC) ने 64वीं संयुक्त परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है. इसमें कुल 1,454 परीक्षार्थी सफल होकर अफसर बने हैं. इनमें बिहार प्रशासनिक सेवा के अनुमंडल पदाधिकारी-वरीय उप समाहर्ता के 28, बिहार पुलिस सेवा के 40, वाणिज्य कर पदाधिकारी 10, बिहार कारा सेवा के कारा अधीक्षक दो, आपूर्ति निरीक्षक 223, राजस्व अधिकारी और समकक्ष 571, नगर कार्यपालक पदाधिकारी सात, प्रखंड पंचायत पदाधिकारी के लिए 133 पद पर चयन हुआ है.
वर्ष 2017 में इसकी प्रक्रिया शुरू हुई थी. फाइनल रिजल्ट आने में चार साल का समय लग गया. इस परीक्षा में एक ऐसा परीक्षार्थी सफल हुआ है जिसने बचपन में नीतीश कुमार की मंच से भाषण दिया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पूर्व में जब बाढ़ लोकसभा क्षेत्र से समता पार्टी के सांसद हुआ करते थे. इस दौरान वो चुनाव जीतने के बाद मोकामा के मरांची में अभिनंदन समारोह में शामिल हुए थे, तब दूसरी क्लास में पढ़ने वाले एक बच्चे ने उनकी मंच पर आकर भाषण दिया था. उस छोटे से बच्चे की प्रतिभा देख तब नीतीश कुमार हैरान रह गये थे.
अमन कुमार ने BPSC परीक्षा के नतीजों में 161वां रैंक हासिल किया
मोकामा के मरांची निवासी अमन कुमार (Aman Kumar) ने बीपीएससी की 64वीं संयुक्त परीक्षा में सफलता पाकर अपने इलाके का नाम ऊंचा किया है. अमन ने रिजल्ट में 161वां रैंक हासिल किया है. उनके पिता संजय कुमार किसान हैं. अमन के एक भाई और एक बहन हैं. किसान पिता ने बेटे की पढ़ाई को लेकर हर प्रयास किया. चंडीगढ़ से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद अमन एक बड़े प्राइवेट कंपनी में काम रहे थे. मगर जॉब के बावजूद उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी. अमन यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे, इस दौरान उन्होंने बीपीएससी की परीक्षा दी. चार साल बाद बीपीएससी का रिजल्ट जारी होने पर वो वो उसमें सफल हुए हैं.
बात 27 साल पुरानी है जब अमन दूसरी कक्षा में पढ़ता था. उस समय नीतीश कुमार ने लालू यादव से अलग होकर संसदीय चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. चुनावी जीत के बाद 1994 में मरांची में नीतीश कुमार का अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया था. उस कार्यक्रम में नीतीश कुमार की मौजूदगी में नन्हे अमन ने मंच से भाषण दिया था. अमन को यूं बोलता देख नीतीश कुमार काफी प्रभावित हुए थे. इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में जब नीतीश कुमार रेल मंत्री बने तो फिर वो मरांची गए, तब तक अमन कुछ बड़े हो चुके थे. इस बार भी अमन ने भाषण दिया और नीतीश कुमार ने बड़े ध्यान से उन्हें सुना था.
Source : News18