मुजफ्फरपुर. एक ना’बा’लिग लड़की के साथ सा’मू’हिक दु’ष्क’र्म कर कुं’वारी मां बनाने के मा’मले में एसएसपी जयंतकांत (SSP Jayantkant) ने आ’रोपी के तत्काल गि’रफ्तारी के आदेश दिए हैं. एसएसपी ने कहा कि कां’ड स’त्य पाया गया है. हालांकि पुलिस की त’फ्ती’श में एक ही आरो’पी पर लगाया गया आ’रोप सत्य पाया गया है, जबकि पी’ड़िता का आ’रोप है कि दो लोगों ने उसे ह’वस का शि’कार बनाया था.
दरअसल आरोप है कि पीड़िता के साथ इलाके के एक मौलवी मो मकबूल और एक अन्य युवक मो. शोएब नें दुष्कर्म किया था, लेकिन पुलिस का कहना है कि मौलवी के खिलाफ अभी तक कोई सबूत नहीं मिले हैं. हालांकि फिलहाल यह कांड युवक के खिलाफ सत्य पाया गया है. एसएसपी ने कहा कि मौलवी की भूमिका की पर पुलिस अभी काम कर रही है.
पीड़ित परिवार को अलग-अलग तरीके से प्रताड़ित करने के सवाल पर एसएसपी ने कहा कि पुलिस पीड़ितों को पूरी सुरक्षा देगी और जो लोग उन्हें डराने धमकाने या हिंसा करने के दोषी पाए जाएंगे उनपर भी कार्रवाई होगी.
न्यूज18 की रिपोर्ट पर राज्य महिला आयोग के संज्ञान के बाद पुलिस और भी ऐक्टिव हो गयी है. हालांकि इस जघन्य कांड में एक भी गिरफ्तारी नही होने से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं. जानकारी के अनुसार आयोग की टीम बुधवार को इस मामले की जांच के लिए मुजफ्फरपुर पहुंच रही है.
बता दें कि रेप के आरोपी मौलाना मकबूल को बचाने के लिए गांव वालों ने चंदा जुटाए जाने की खबर सामने आई थी. यह खबर भी सामने आई थी कि रेप पीड़िता और उसके परिवार को सामाजिक बहिष्कार की पीड़ा झेलनी पड़ रही है.
गौरतलब है कि बीते हफ्ते दोनों पूरे गांव ने मां बनने पर रेप पीड़िता को उसके परिवार को ही कसूरवार ठहरा दिया था. इसके बाद ग्रामीणों ने डेढ़ माह के बच्चे मां को से अलग करने के लिए 20 हजार रुपए कीमत भी तय कर दी थी.
तब पीड़ित नाबालिग के पिता ने नवजात और आरोपियों के डीएनए टेस्ट (DNA Test) की मांग की थी. वहीं, पुलिस ने जांच के लिए विशेष टीम गठित कर दी थी. आरोप है कि इस मामले पर 4 बार पंचायत बैठ चुकी है जिसमें हर बार पीड़िता से कसूरवार का नाम पूछा गया तो उसने शोएब का नाम लिया, लेकिन मौलाना के बारे में कुछ नहीं कहा.
इस बारे में पीड़ित परिवार का कहना था कि लड़की ने मौलाना के डर से पंचायत में उसका नाम नहीं लिया था. लेकिन बाद में जब मौलाना के नाम का खुलासा हुआ तो पंचायत उसकी गलती मानने को तैयार नहीं हुआ. पंचायत में शामिल सदस्य इस बात पर अड़े थे कि लड़की ने पहले ही क्यों नहीं मौलाना का नाम बताया.
रिपोर्ट- सुधीर कुमार