देश-दुनिया में बर्ड फ्लू (Bird Flu) के बीच लोगों में इस बात को लेकर ऊहापोह की स्थिति है कि पॉल्ट्री मांस (Poultry Meat) खासकर चिकन और अंडा (Poultry Eggs) खाना सेफ है या नहीं. इसको लेकर कई प्रकार की अधूरी जानकारियां और भ्रम फैल रहा है. ऐसे में इन उत्पादों की ना सिर्फ मांग में तेजी से गिरावट आई है, बल्कि इनके दाम भी धड़ाम हुए हैं. इस कारण क्षेत्र से जुड़े तमाम स्टेकहॉल्डर्स को भी बड़ा झटका लग रहा है. इन परिस्थितियों के मद्देनजर फूड सेफ्टी एंड स्टैंडडर्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने विस्तृत दिशानिर्देश जारी किया है, ताकि फूड बिजनेस ऑपरेटरों और उपभोक्ताओं के बीच सही जानकारी पहुंचाई जा सके.
बर्ड फ्लू महामारी संकट के बीच क्या करें और क्या नहीं
फूड सेफ्टी अथॉरिटी ने कहा है कि 70 डिग्री सेल्सियस पर 3 सेकेंड में ही यह वायरस दम तोड़ देता है. अगर मांस सभी भागों और अंडों को 74 डिग्री सेल्सियस तापमान पर पकाया जाए तो यह वायरस मर जाता है. लिहाजा इस क्षेत्र से जुड़े कारोबारियों और उपभोक्ताओं को घबराने की जरूरत नहीं है. जरूरी है कि लोग सही तरीके से इन उत्पादों को हैंडल करें. एफएसएसएआई ने कारोबारियों और उपभोक्ताओं को अपने दिशानिर्देश में क्या करें और क्या नहीं करें की पूरी जानकारी दी है.
अंडों को अधपका नहीं खाएं
>> चिकन जब पक रहा हो तो बीच में इसे नहीं खाएं
>> इंफेक्टेड (Infected) इलाकों में पक्षियों के सीधे संपर्क में आने से बचें
>> मरे हुए पक्षियों को नंगे हाथ (Barred Hand) से नहीं छुएं> कच्चे मांस को खाली स्थान पर नहीं रखें
>> कच्चे मांस के साथ सीधे संपर्क में आने से बचें
>> कच्चे चिकन को हैंडल करने के दौरान मास्क और गल्व्स का इस्तेमाल करें
>> बार-बार हाथ धोते रहें
>> आस-पास के स्थानों को साफ-सुथरा रखें
>> सिर्फ अच्छे और पूरी तरह से पके चिकन व अंडों को खाएंInput: News18