औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान-आईटीआई में मौजूदा समय की मांग के अनुरूप नहीं रहने वाले ट्रेड हटाए जाएंगे। छात्रों को रोजगार दिलाने और बाजार की जरूरतों के अनुसार नए ट्रेड जोड़े जाएंगे। बिहार के श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा को यह भरोसा केंद्रीय मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय और आरके सिंह ने दिया।
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दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात के दौरान श्रम संसाधन मंत्री ने कहा कि आउटडेटेड ट्रेड होने से वह अनुपयोगी साबित हो रहे हैं। इसकी जगह पर नए ट्रेडों को जोड़ा जाए। इससे गरीब मजदूर एवं मध्यम वर्ग के लोंगो को उचित प्रशिक्षण मिल सकेगा। बिहार में आईटीआई से संबंधित कई मुद्दों पर केंद्र सरकार का ध्यान दिलाया। खासकर निजी आईटीआई में हो रहे कदाचार पर राज्य सरकार की भूमिका सीमित होने का हवाला देते हुए कहा कि जब बिहार ने आईटीआई की परीक्षा में कदाचार मुक्ति के लिए पहल किया तो छात्र पड़ोसी राज्यों में जाकर एडमिशन लेने लगे। इसलिए बिहार के साथ ही झारखंड, यूपी सहित सभी राज्यों के आईटीआई की जांच हो।
श्रम मंत्री ने कहा कि प्राइवेट आईटीआई में सीटों से अधिक एडमिशन लिए जा रहे हैं। नामांकन के समय जिन छात्रों का एडमिशन लिया जाता है, परीक्षा के समय उसका नाम बदल दिया जाता है। परीक्षा नियंत्रक पर कार्रवाई भी हुई पर जरूरत है कि ऐसी तकनीक अपनाई जाए कि फर्जी एडमिशन न हो सके। मंत्री ने कहा कि आईटीआई की परीक्षा में वैकल्पिक के साथ व्यवहारिक परीक्षा भी ली जाए।
Input : Hindustan