बालिका गृह कांड के सजायाफ्ता ब्रजेश ठाकुर की पुत्री निकिता आनंद के नाम की संपत्ति की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने खोज शुरू कर दी है। इसको लेकर निदेशालय ने जिले के वरीय पुलिस अधिकारियों को पत्र भेजा है। इसमें निकिता के नाम की संपत्ति का पता लगाकर रिपोर्ट तलब की गई है। नगर थानाध्यक्ष ओमप्रकाश ने इस दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी है।
बताया गया कि प्रवर्तन निदेशालय के पटना जोन के सहायक निदेशक प्रवीण कुमार झा ने पुलिस पदाधिकारियों को भेजे गए पत्र में कहा है कि साहू रोड के ब्रजेश ठाकुर की पुत्री निकिता आनंद के खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) और धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के संभावित उल्लंघन के तहत जांच की जा रही है। इसलिए थाने में उसके विरुद्ध कोई मामला दर्ज हो तो उसकी विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराएं। साथ ही प्राथमिकी व चार्जशीट की सत्यापित कॉपी निदेशालय को शीघ्र मुहैया कराएं।
नगर थानाध्यक्ष ने पुराने रिकॉर्ड खंगालने शुरू कर दिए हैं। साथ ही उसकी जानकारी भी जुटाई जा रही है। पुलिस ने निबंधन व अंचल कार्यालय से भी संपर्क स्थापित किया है। साहू रोड पहुंचकर स्थानीय लोगों से पूछताछ की। बताते हैैं कि इस दौरान कई बातों की जानकारी पुलिस को मिली है। ईडी की कार्रवाई के चलते गोपनीयता बरती जा रही है। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि निकिता का विवाह हो चुका है। वह परिवार के साथ शहर से बाहर रह रही है।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने करीब डेढ़ साल पहले ब्रजेश ठाकुर, उसकी पत्नी व पुत्र के नाम की तमाम पैतृक संपत्ति को अटैच किया था। इसमें ब्रजेश के आलीशान मकान, होटल व अन्य जगहों की प्रॉपर्टी शामिल है। शहर के चर्चित बालिका गृह कांड का मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर है। पूरे मामले की जांच सीबीआइ कर रही थी। मामले में 19 आरोपितों को कोर्ट की तरफ से सजा सुनाई गई थी।
Source : Dainik Jagran