लॉकडाउन की वजह से बिहार के बाहर फंसे अप्रवासी बिहारी कामगारों के बैंक खाते में एक हजार रुपये की विशेष सहायता दिए जाने की योजना सोमवार को आरंभ हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने माउस क्लिक कर इस योजना की शुरुआत की। इसके साथ ही बिहार देश का पहला राज्य बन गया है, जिसने बाहर फंसे अपने अप्रवासी कामगारों के खाते में नगद राशि भेजी है।
मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के तहत भेजी गई यह राशि सोमवार को एक लाख से अधिक लोगों के खाते में भेजी गई। इस क्रम में 10.35 करोड़, 79 हजार रुपये भेजे गए। अब तक दो लाख, 84 हजार, 674 लोगों ने विशेष सहायता के लिए आवेदन दिए हैं। आवेदन आने का सिलसिला जारी है। मुख्यमंत्री ने मौके पर निर्देश दिया कि जांच के बाद राशि जल्द से जल्द खाते में अंतरित की जाए। यह सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जा रही है। लॉकडाउन में बाहर फंसे अप्रवासी बिहारी कामगारों ने राज्य सरकार के विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों पर फोन किया था। उनके नंबर पर उनसे फीडबैक लिया गया तो यह बात सामने आई कि वे संकट में हैं। इसी फीडबैक के आधार मुख्यमंत्री ने उनके खाते में एक-एक हजार रुपये की विशेष सहायता भेजे जाने का निर्देश दिया था। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि लोग लगातार फोन कर रहे हैं। उन्हें समझाया गया है कि वे अभी जहां हैं, वहीं रहें। उनकी समस्या के समाधान की दिशा में लगातार सरकार प्रयास कर रही है। उनका डिटेल्स मांगा गया है।