इंडिया गेट और गेटवे ऑफ इंडिया की तर्ज पर गांधी मैदान स्थित बापू सभागार परिसर में गंगा किनारे बना पटना का सभ्यता द्वार दर्शकों का आकर्षण बन चुका है। यह आकर्षण द्वार के साथ-साथ यहां का सुंदर गार्डेंन बढ़ा रहा है।
गार्डेंन में रंग-बिरंगी फूल-पत्तियां, हरी-भरी घास, सजावटी फूल के पौधे, म्यूजिक के धुन और चारों ओर हरियाली एक स्वच्छ और सुंदर वातावरण का अहसास करा रहा है। दर्शक इन सुंदर सी हरियाली के बीच बैठकर सुकुन भरे माहौल में आनंद लेने पहुंचते हैं। सेल्फी प्वाइंट भी यह बन चुका है। यहां लगभग रोजाना 300 पर्यटक आते हैं। पर्यटकों के लिए इंट्री नि:शुल्क है।
यह केंद्र धीरे-धीरे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हो रहा है। पार्क में पर्यटकों की सुविधाओं का भी विशेष ख्याल रखा गया है। पर्यटकों के बैठने के लिए जगह-जगह बेंच बनाए गए हैं। सभी बेंच छायादार पेड़-पौधे के नीचे हैं। यहां दिन के साथ शाम का नजारा भी सुंदर लाइटिंग से आकर्षक बना रहता है। पर्यटक शाम में भी सैर करने पहुंचते हैं।पांच करोड़ रुपये की लागत से 32 मीटर ऊंचे सभ्यता द्वार का शुभारंभ पिछले वर्ष 21 मई 2018 को हुआ था। यह 12 मीटर लंबा और आठ मीटर चौड़ा है। सभ्यता द्वार के शीर्ष पर चार शेर वाला अशोक स्तंभ बना है। इसका निर्माण राजस्थान से रेड एंड वाइट सैंड स्टोन मंगाकर किया गया है।चार महापुरुषों के उपदेश को सभ्यता द्वार पर लिखा गया है।
एक तरफ महात्मा बुद्ध और सम्राट अशोक तथा दूसरी तरफ महावीर और मेगास्थानीज के उपदेश को स्थान दिया गया है। पटना का लैंडमार्क सभ्यता द्वार बिहार को गौरव दिलाने वाले महापुरुषों की याद दिला रहा है।सभ्यता द्वारा आने वाले पर्यटकों को गंगा में बन रहे मेरिन ड्राइव का भी आनंद मिलेगा। यह काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। सभ्यता द्वारा गंगा किनारे सटा हुआ है। मेरिन ड्राइव का नजारा यहां से साफ तौर पर देखा जा सकेगा।
Input: Live Bihar