राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगेंगे। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है ताकि मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में हर समय अधिक-से-अधिक मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध रहे। स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। कहा कि एक तरफ कोरोना संक्रमण की जांच की संख्या और उसका दायरा बढ़ाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर इलाज की गुणवत्ता को सुनिश्चित किया जा रहा है।
जिला और मुख्यालय स्तर पर निरंतर स्वास्थ्य सुविधाओं की मॉनिटरिंग की जा रही है। कोरोना मरीजों के इलाज के लिए सभी कोविड अस्पतालों व कोविड सेंटरों पर ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ पाइप के जरिये बेड तक ऑक्सीजन पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।
वहीं, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने कहा कि कोरोना के इलाज की गुणवत्ता बढ़ाने को लेकर कई उपाय किए जा रहे हैं। नए-नए अस्पताल बनाने के साथ-साथ बेडों की संख्या निरंतर बढ़ाई जा रही है। मरीजों को कोई दिक्कत नहीं हो, इसके लिए सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। बाढ़ राहत शिविरों रह रहे और सामुदायिक किचेन में भोजन करने वाले सभी लोगों की कोरोना जांच कराई जा रही है। कंटेनमेंट जोन में भी सभी लोगों की जांच कराई जा रही है ताकि कोरोना की चेन तोड़ी जा सके।
Input : Hindustan