बिहार कैडर के सीनियर आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे का फेसबुक अकाउंट हैकर ने हैक कर लिया है। आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे फिलहाल महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) में डीआईजी पोस्ट पर कार्यरत हैं। शिवदीप लांडे के मुताबिक उनका फेसबुक पेज और अकाउंट 19 अगस्त को किसी ने हैक कर लिया था।
उनका फेसबुक पेज वेरीफाइड है और ब्लू बैज्ड के साथ है। आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने इसकी शिकायत साइबर सेल में दर्ज करा दी गई है और साथ ही हैकिंग की लिखित जानकारी फेसबुक इंडिया को भी दे दी गई है।
आपको बता दें कि आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे बिहार कैडर के IPS अधिकारी हैं जो महाराष्ट्र में डिपोटेशन पर करीब धोबसाल पहले गए है। मुंबई पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल ने शिवदीप लांडे ने काफी बड़े बड़े ऑपरेशन किए हैं।
तेज तर्रार अधिकारी आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे को एंट्री नारकोटिक्स सेल के बाद उन्हें महाराष्ट्र के एटीएस में डीआईजी पोस्ट की जिम्मेदारी दे दी गई. शिवदीप लांडे ही वही अधिकारी थे जिन्होंने मुंबई के मशहूर मनसुख हिरेन हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाया था और इस पूरे मामले में आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था।
शिवदीप लांडे की पहली पोस्टिंग बिहार के मुंगेर जिले के नक्सल प्रभावित इलाके जमालपुर में हुई थी। शिवदीप लांडे बिहार के पटना शहर में भी काफी मशहूर हैं। उन्हें पटना के रॉबिनहुड के नाम से भी जाना जाता है। जनवरी, 2015 में शिवदीप पटना के डाक बंगला चौराहे पर घूस मांग रहे इंस्पेक्टर सर्वचंद को फिल्मी अंदाज में दुपट्टा ओढ़कर पकड़ने के मामले में चर्चा में आए थे। यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर सर्वचंद पर आरोप था कि वह पटना के दो व्यापारी भाइयों से एक पुराने केस को खत्म करने के लिए पैसे मांग रहे थे। इन दोनों भाइयों ने इसकी जानकारी तत्कालीन एसपी शिवदीप लांडे को दी। इसके बाद लांडे भेष बदलकर टी-शर्ट पहने और सर पर दुपट्टा लपेटे इंस्पेक्टर सर्वचंद का डाक बंगला चौराहे पर इंतजार करने लगे। सर्वचंद जैसे ही घूस का पैसा लेने के लिए वहां पहुंचे, शिवदीप ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, सबूतों के अभाव में थोड़ी ही देर में सर्वचंद्र को छोड़ भी दिया गया। शिवदीप अपनी दबंग स्टाइल की वजह से युवाओं के बीच खासे चर्चित हैं। यूथ उन्हें ‘दबंग’ और ‘सिंघम’ नाम से बुलाते हैं। बिहार में शिवदीप लांडे के नाम कई कारनामे दर्ज हैं। खासकर सड़क छाप लफंगों पर इनकी सख्ती ने कॉलेज और स्कूल की लड़कियों के बीच इनकी छवि हीरो की बना दी थी। मनचलों को सबक सिखाने और लड़कियों को मदद के लिए किसी भी समय उपलब्ध रहने के लिए उन्होंने अपना निजी मोबाइल नंबर लड़कियों के बीच बांट दिया था। नतीजा यह हुआ कि राजधानी की सड़कों से मनचलों का धीरे-धीरे सफाया हो गया क्योंकि एक शिकायत पर शिवदीप लांडे खुद मनचलों को सबक सिखाने पहुंच जाया करते थे।
शिवदीप लांडे अपराधियों से सीधे लोहा लेने के लिए जाने जाते हैं। जब बिहार के रोहतास में वो पुलिस कप्तान की भूमिका में थे तब अवैध खनन माफियों से उनकी सीधी भिड़ंत हो गई। माइनिंग माफियाओं पर कार्रवाई करने के लिए शिवदीप अवैध खनन की मशीनें जब्त करने निकले थे और अचानक अपराधियों ने उनपर फायरिंग कर दी। बहादुर आईपीएस अफसर ने अपनी जान की परवाह किये बिना डटकर माफियाओं का सामना किया। कहा जाता है कि करीब 30 राउंड फायरिंग उस दौरान हुई थी। बाद में शिवदीप ने खुद जेसीबी मशीन संभाली और अवैध खनन के सारे जुगाड़ को तहस-नहस कर दिया। इस दौरान 500 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। शिवदीप लांडे बिहार एसटीएफ का भी कमान संभाल चुके है।