विधानसभा के इस चुनाव में सभी दलों ने खूब रिश्तेदारी निभायी है. दो चरणों के अधिकतर टिकट बंट चुके हैं. इसके बाद जो तस्वीर उभर कर सामने आयी है, उसके मुताबिक मां-बेटे, गोतनी, तीन जोड़े ससुर-दामाद, सहोदर भाई, भैंसुर-भावज और समधी व समधिन चुनाव मैदान में हैं. कुछ सीटों पर एक- दूसरे के सामने खड़े हैं, तो अधिकतर के चुनाव मैदान अलग-अलग इलाकों में हैं.
मां-बेटा भी उम्मीदवार
पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद सहरसा विधानसभा की सीट पर राजद से उम्मीदवार बनायी गयी हैं. उनके बेटे चेतन आनंद शिवहर की पुरानी सीट से राजद के ही टिकट पर पहली बार उम्मीदवार बनाये गये हैं. शिवहर से पिछली बार लवली आनंद जीतन राम मांझी की पार्टी से उम्मीदवार थीं आैर पांच सौ से भी कम मतों से जदयू उम्मीदवार से पराजित हो गयी थीं. बिहार चुनाव 2020 लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
शिवहर में दूसरे चरण में तीन नवंबर को मतदान हैं, जबकि सहरसा में तीसरे चरण में सात नवंबर को वोट डाले जायेंगे. चुनाव मैदान में लालू-राबड़ी के दोनों बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी यादव भी उम्मीदवार होंगे. तेज प्रताप को राजद ने हसनपुर सीट से उम्मीदवार बनाया है. तेजस्वी प्रसाद के अपनी मौजूदा सीट राघोपुर से उम्मीदवार होने की संभावना है. दोनों ही क्षेत्रों में दूसरे चरण में ही मतदान कराये जायेंगे.
तीन जोड़े ससुर और दामाद भी ठोक रहे ताल
चुनाव में तीन जोड़े ससुर और दामाद भी मैदान में हैं. सबसे हाॅट जोड़ी तेज प्रताप यादव और उनके ससुर चंद्रिका राय की है. चंद्रिका राय जदयू के टिकट पर सारण जिले के परसा विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं, जबकि दामाद तेज प्रताप यादव अपनी सीट बदल कर अब हसनपुर चले गये हैं. दूसरी जोड़ी पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और उनके दामाद देवेंद्र मांझी की है. जीतन राम मांझी इमामगंज से और देवेंद्र मांझी मखदुमपुर सुरक्षित सीट से उम्मीदवार हैं.
जीतन राम मांझी की समधिन ज्योति देवी बाराचट्टी सुरक्षित सीट से उम्मीदवार हैं. तीनों ही रिश्तेदार हम के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. तीसरी जोड़ी जदयू के वरिष्ठ नेता और सरकार में मंत्री नरेंद्र नारायण यादव और उनके दामाद निखिल मंडल की है. नरेंद्र नारायण यादव मधेपुरा जिले के आलमनगर की सीट से उम्मीदवार हैं. वहीं, उनके दामाद निखिल मंडल मधेपुरा शहर की सीट पर जदयू के उम्मीदवार हैं.
शाहपुर में दो गोतनियों की लड़ाई
दो गोतनियों की चुनावी लड़ाई शाहपुर विधानसभा सीट पर देखने को मिल रही है. भाजपा ने इस सीट पर पूर्व विधायक मुन्नी देवी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि यहीं से मुन्नी देवी के भैंसुर स्व विशेश्वर ओझा की पत्नी भी निर्दलीय उम्मीदवार हैं. इस सीट से राजद ने मौजूदा विधायक शिवानंद तिवारी के पुत्र राहुल तिवारी को अपना उम्मीदवार बनाया है. इस कारण यहां चुनावी मुकाबला काफी रोचक हो गया है.
दो समधी भी आमने -सामने मैदान में
चुनाव में दो समधी भी आमने -सामने मैदान में हैं. भाजपा ने सीवान की सीट से पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव को उम्मीदवार बनाया है. राजद ने यहां पूर्व मंत्री अवध बिहारी चौधरी को मैदान में उतारा है. ओमप्रकाश यादव और अवध बिहारी चौधरी दोनों रिश्ते में समधी होते हैं.
भोजपुर के संदेश विधानसभा सीट पर जदयू ने विजेंद्र यादव को उम्मीदवार बनाया है. यह सीट वर्तमान में राजद के कब्जे में है अौर यहां से 2015 में अरुण यादव विधायक हुए. एक केस के सिलसिले में उनकी जगह राजद ने पत्नी किरण देवी को उम्मीदवार घोषित किया है. अब यहां मुख्य लड़ाई भैंसुर विजेंद्र यादव और उनके छोटे भाई की पत्नी किरण देवी के बीच है.
Input: Prabhat Khabar