बिहार में मौसम आग उगल रहा है। पटना की बात करें तो गर्मी ने 53 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। शनिवार को पटना तब बिहार का सबसे गर्म शहर बना, जब तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। उधर, भीषण गर्मी के कारण लू लगने से मौत लगातार जारी है। अकेले औरंगाबाद में लू से एक ही दिन में 32 लोगों की मौ’त हो गई। यह बिहार के किसी एक जिले में एक दिन में लू से मौत का सर्वाधिक आंकड़ा है।

पटना का पारा 46 के करीब पहुंचा, गया व आैरंगाबाद में भी 45 पार

बिहार में गर्मी का कहर लगातार जारी है। शनिवार की बात करें तो पटना सबसे गर्म रहा। पटना में तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले नौ जून 1966 को पटना का अधिकतम तापमान 46.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। 2012 में 14 जून को तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक ही पहुंचा था। शनिवार को गया व औरंगाबाद के अधिकतम तापमान भी 45.2 डिग्री रहे। भागलपुर का अधिकतम तापमान 41.5 डिग्री रिकार्ड किया गया।

रविवार को भी राहत के नहीं आसार

रविवार को भी राहत की उम्‍मीद नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को पटना के साथ गया, राजगीर, नालंदा, औरंगाबाद, नवादा और भागलपुर के आसपास के क्षेत्र लू की चपेट में रहेंगे। इन सभी शहरों में तापमान 44 डिग्री के आसपास रहने की उम्मीद है।

जून में सूर्य से पृथ्वी की दूरी सबसे कम होने के कारण किरणें सीधे पड़ रहीं हैं। पछुआ हवा के कारण हवा में नमी की मात्रा भी काफी घट गई है। इसलिए लू के थपेड़े गर्मी और जलन का अहसास ज्यादा करा रहे हैं।

लू से मौत का सिलसिला जारी, औरंगाबाद में एक ही दिन में 32 मरे

लू के कारण राज्‍य के अस्‍पतालों में बीमार लोगों का आना जगातार जारी है। कइयों की मौत हो चुकी हे। केवल एक दिन की बात करें तो औरंगाबाद में भीषण गर्मी और लू से शनिवार को 32 लोगों की मौत हो गई। बिहार के किसी एक जिले में एक दिन में लू से इतनी मौतों की यह पहली घटना बताई जला रही है। औरंगाबाद में शनिवार को दोपहर के बाद अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस था। मौसम विभाग ने वहां दिन का अधिकतम तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया है।

औरंगाबाद के सिविल सर्जन डॉ. सुरेंद्र प्रसाद ने लू से 25 लोगों की मरने की पुष्टि की है, लेकिन यह संख्या और अधिक है। वहीं, गया में मगध प्रमंडल के क्षेत्रीय स्वास्थ्य उप निदेशक डॉ. विजय कुमार ने 32 लोगों की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने भी कहा कि यह संख्या अभी और बढ़ सकती है।

Input : Dainik Jagran

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