बिहार बोर्ड इंटर मूल्यांकन अंतिम चरण में है। पटना जिले के केंद्रों पर मूल्यांकन लगभग समाप्त हो चुका है। अब दूसरे जिलों से उत्तर पुस्तिका मंगवा कर पटना जिला के मूल्यांकन केंद्रों पर जांच करवाई जा रही है। ऐसे में कहा जा सकता है कि बिहार बोर्ड के नतीजों समय पर जारी हो सकते हैं। आपको बता दें कि बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट एवं वार्षिक माध्यमिक परीक्षा, 2020 का परीक्षाफल मार्च-अप्रैल माह में जारी होगा।
पटना जिला शिक्षा कार्यालय की मानें तो एक लाख कॉपियां अभी अन्य जिलों से आई हैं। ज्ञात हो कि पटना जिले में इंटर की तीन लाख कॉपियों की जांच होनी थी। इंटर मूल्यांकन पहले नौ मार्च तक समाप्त होना निर्धारित था। इसे बढ़ा कर 14 मार्च किया गया है।
आनंद किशोर ने बताया कि समिति द्वारा इंटरम एवं वार्षिक माध्यमिक परीक्षा का रिजल्ट समय पर ही जारी किया जाएगा। हालांकि इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन तो पहले से ही शुरू हो चुका है। बताया जा रहा है कि अधिकतर केंद्रों पर 50 फीसदी से भी कम शिक्षकों ने मूल्यांकन में योगदान दिया है।
वहीं, मैट्रिक मूल्यांकन 17 मार्च तक समाप्त करना है, लेकिन इसपर शिक्षकों की हड़ताल का असर दिख रहा है। पटना जिला शिक्षा कार्यालय की मानें तो 12 मूल्यांकन केंद्रों पर 2650 परीक्षकों को मूल्यांकन में लगाया गया है। अब तक 1481 परीक्षकों ने ही योगदान दिया है। इससे मैट्रिक मूल्यांकन में देरी हो रही है। सूत्रों के अनुसार आठ लाख में अब तक लगभग दो लाख उत्तर पुस्तिकाओं की ही जांच हो पायी है। मैट्रिक मूल्यांकन में योगदान नहीं देने पर अब तक 120 परीक्षकों पर प्राथमिकी भी दर्ज करायी जा चुकी है।