किशनगंज: बिहार के किशनगंज जिले में उद्घाटन से पहले ही पुल बह गया. पुल का निर्माण करोड़ों की लागत से हुआ था. किशनगंज जिले के पत्थरघटी पंचायत के गोवामांड़ी गांव में करीब एक करोड़ 40 लाख की लागत से पुल का निर्माण किया गया था.
Kishanganj: A bridge in Goabari village washed away ahead of its inauguration following a rise in the water level of Kankai river. #Bihar (17.9) pic.twitter.com/oZnzhy5fcv
— ANI (@ANI) September 18, 2020
पिछले साल जून में पुल बनाने का काम शुरू हुआ था और इस साल जून तक पुल बनकर तैयार भी हो गया. बस अप्रोच पुल अभी नहीं बनी थी इसलिए लोगों चचरी के पुल के सहारे आना जाना शुरू कर दिया था. लेकिन इसके पहले कि पुल का उद्घाटन होता, 16 सितंबर को पुल पानी में बह गया.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुल निर्माण में धांधली बरती गई है जिस वजह से पुल बह गया है. ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि एक महीने में नदी में उफान को लेकर यहां स्थिति काफी गंभीर बनी हुई थी लेकिन किसी ने सुध नहीं ली.
आखिर यहां के लोग अब कैसे आएंगे जाएंगे ये बहुत बड़ा और बेहद गंभीर सवाल खड़ा हो गया है. आपको बता दें कि कुछ महीनों पहले गोपालगंज में भी नए बने अप्रोच पुल के टूट जाने से राज्य में जमकर सियासत हुई थी.
वहीं, तेजस्वी यादव ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा, किशनगंज़ जिला में करोड़ो की लागत से निर्माणाधीन सुशासनी पूल उद्घाटन से पहले टूट गया. देखते है 15 वर्षों की भ्रष्टाचारी सरकार और 60 घोटालों के प्रबन्ध संरक्षक कर्ता नीतीश कुमार और सुशील मोदी इसका दोष विपक्ष या प्रकृति में से किसे देते है?’
बहरहाल, इस मामले में राज्य में सियासत होना तय है. जेडीयू और बीजेपी इस मामले पर प्रतिक्रिया देती है ये भी देखने वाली बात होगी.